दिल्ली का चिड़ियाघर एक बार फिर से खुल गया है। पिछले एक साल में कोरोना महामारी के चलते बहुत से परिवर्तन देखने को मिले है लोगों के कामकाज ठप हो गए हैं, कुछ लोग शहरों से गावों की और पलायन कर गए थे और अर्थव्यवस्था पर भी इसका बुरा असर पड़ा है। बीते एक साल में सार्वजनिक पर्यटक स्थलों को भी आम जनता के लिए बंद रखा गया था। इसी मुसीबत का शिकार दिल्ली का चिड़ियाघर भी हुआ जहाँ हजारों पर्यटक इसे देखने के लिए दूर-दूर आते है। चिड़ियाघर लॉकडाउन की शुरुआत से ही बंद पड़ा हुआ था।
चिड़ियाघर को 1 अप्रैल से दोबारा पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है जिसके बाद लोगों के अन्दर उत्साह देखा गया। बड़ी संख्यां में पर्यटक चिड़ियाघर में घूमने के लिए यहाँ आएं। दिल्ली में इस समय गर्मी का प्रकोप है लेकिन फिर भी पर्यटकों की संख्यां में कोई कमी नही है। लोगों से जब चिड़ियाघर के खुलने के बारे में बात की गयी तो ज्यादातर पब्लिक सरकार के इस फैसले से खुश थे उनका कहना था महामारी के इस समय में आउटडोर एक्टिविटी कम हो गयी थी जिसके बाद अब चिड़ियाघर में आकर काफी आनंद महसूस हो रहा है।
चिड़ियाघर में अधिकारीयों एवं पुलिस के द्वारा सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। सभी पर्यटकों को अच्छी सेहत और मास्क आदि के पहने होने पर ही चिड़ियाघर के अन्दर एंट्री दी जा रही है। कोई भी व्यक्ति जानवर के नजदीकी संपर्क में ना आए इसके लिए भी विशेष निगरानी की गयी है। चिड़ियाघर में प्रवेश के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को अपनाया जा रहा है और ऑनलाइन टिकेट की सुविधा में पहले दिन थोड़ी परेशानी आई जिसको आने वाले दिनों में ठीक कर लिया जाएगा।
कोरोना के कारण किसी भी जानवर को वायरस ना फैले इसके लिए प्रशासन ने पहले ही कड़े इन्तेजाम कर लिए थे। सभी जानवरों की सुरक्षा के लिए चिड़ियाघर के अधिकारीयों ने इसे आम जनता के लिए सील कर दिया। लॉकडाउन के दौरान सभी जानवरों की देखरेख का जिम्मा अधिकारीयों के पास ही था। जानवरों का समय-समय पर मेडिकल टेस्ट भी किया जाता था।