भारत सरकार ने 1 अप्रैल से आगामी वित्तीय वर्ष 2021-22 में सालाना सेविंग स्कीम के तहत जमा होने वाले पैसे पर नए इंटरेस्ट रेट लागू किये है। यह नए नियम 1 अप्रैल 2021 से लागू होंगे। सरकार के इस नियम से अब जमाकर्ताओं के ब्याज में कमी आएगी जिसका असर आम आदमी की जेब पर देखने को मिल सकता है।
सरकार ने कई बचत योजनाओं में लगने वाले ब्याज पर कटौती की है। पीपीएफ पर सरकार ने इंटरेस्ट रेट 7% से घटाकर 6.4% कर दिया है। पीपीएफ बचत में 1974 के बाद से यह अब तक की सबसे बड़ी कटौती है। इसके अलावा एक साल के फिक्स डिपोजिट पर मिलने वाले ब्याज को 5.4% से घटाकर 4.4% कर दिया है।
रेकरिंग डिपोजिट (आरडी) पर इंटरेस्ट रेट को 5.5% – 6.7% से घटाकर 5% – 5.8% कर दिया है, यानी इसमें अब 0.5% तक की कटौती की गई है।
सीनियर सिटिजन की बचत स्कीम जिसके तहत उनको अपनी जमा पूंजी पर 7.4% का इंटरेस्ट रेट मिलता था, नए वितीय वर्ष से अब यह भी घटकर 6.5% ही मिलेगा।
पोस्ट ऑफिस की सुकन्या समृद्धि योजना जिसमे परिवार की युवती को 21 साल पूरा होने पर अच्छी दर पर पैसा दिया जाता है, इस बचत योजना पर भी इंटरेस्ट रेट को घटाया गया है। पहले इस योजना में सालाना 7.6% प्रतिशत का इंटरेस्ट था जो कि सबसे अधिक था लेकिन अब इस ब्याज दर को घटाकर 6.5% सालाना कर दिया गया है।
किसान विकास पत्र के ब्याज दर को 6.9% से घटाकर 6.2% कर दिया गया है। वहीं नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में भी ब्याजदरों को 6.8 से घटाकर 5.9% तय किया गया है।