देहरादून/हरिद्वार : उत्तराखंड में ऋण सम्बन्धी मामले में जेल जाने से बचाने के नाम पर रिश्वत ले रहे एक संग्रह अमीन और अनुसेवक को राज्य सतर्कता विभाग (विजिलेंस) के दल ने शुक्रवार को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक (विजिलेंस) धीरेंद्र गुंज्याल ने शुक्रवार को यहां बताया कि हरिद्वार जिले की तहसील लक्सर के सग्रह अमीन के विरुद्ध शिकायतकर्ता द्वारा विजिलेंस के ट्रोल फ्री न0 1064 पर शिकायत अंकित करायी गई। जिसमें बताया गया कि शिकायतकर्ता ने अपने नाम के टेम्पो ट्रेवलर व अपनी पत्नी नाम से मिनी बस को करीब तीन-चार साल पहले बेच दिया था।
बेचने सम्बन्धी कागजात गलती से आग में जल जाने के कारण नष्ट हो गये थे। जिस कारण उक्त वाहन किसको बेचा, जिसकी जानकारी उसे नहीं थी। उक्त दोनो वाहनो की वसूली के सम्बन्ध में जारी आरसी को परिवहन विभाग को वापस करने व जेल भेजने से बचाने के एवज में संग्रह अमीन रवि पाल द्वारा रिश्वत की माँग की गयी। शिकायतकर्ता रिश्वत नहीं देना चाहता था तथा भ्रष्ट कर्मचारी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही चाहता था।
श्री गुंज्याल ने बताया कि उक्त शिकायत पर विजिलेंस की सैक्टर देहरादून टीम द्वारा जाँच प्रथम दृष्टया सही पाये जाने पर तत्काल ट्रैप टीम का गठन किया गया। इसके बाद, टीम द्वारा नियमानुसार कार्यवाही करते हुए आज रवि पाल, हाल संग्रह अमीन, तहसील लक्सर और पदम प्रकाश, अनुसेवक, तहसील लक्सर, जनपद हरिद्वार को शिकायतकर्ता से 10.000/- रूपये (दस हजार रूपये) की रिश्वत लेते हुये बालावाली तिराहा, कस्बा लक्सर से रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि अभियुक्त से पूँछताछ जारी है। उक्त प्रकरण में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा।
एसपी के अनुसार, निदेशक, विजिलेंस डॉ. वी. मरूगेसन द्वारा ट्रैप टीम को नकद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गयी है। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि विजिलेंस के टोल-फ्री हैल्पलाईन न0 1064 एवं व्हाट्सएप हैल्पलाईन नं. 9456592300 पर 24 गुणा 7 सम्पर्क कर भ्रष्टाचार के विरूद्ध अभियान में अपना महत्त्वपूर्ण योगदान दें।