चंडीगढ़ : पंजाब विजिलेंस ब्यूरो (वीबी) ने गुरुवार को इंदिरा आवास योजना के तहत गरीबों और बेघरों के लिये पक्का मकान बनाने की खातिर स्वीकृत की गयी अनुदान राशि में गबन करने के मामले में एक और आरोपी गुरदेव सिंह, गांव खानगाह, जिला कपूरथला को गिरफ्तार किया है।
विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि वर्ष 2011-2012 में ग्राम पंचायत खानगाह को 4,95,000 प्राप्त हुये कुल केंद्रीय अनुदान में से 45,000 रुपये दूसरों के साथ मिलीभगत करके दुरुपयोग किया गया था। यह धनराशि इस पंचायत को इंदिरा आवास योजना के तहत गरीबों और बेघरों के लिये पक्का मकान बनाने के लिये स्वीकृत की गयी थी। आरोपी पिछले सात साल से फरार था।
गौरतलब है कि करीब सात साल पहले दर्ज हुये इस मामले में शामिल कुल 132 आरोपियों में से अब तक 119 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है और 11 आरोपियों की मौत हो चुकी है जबकि बाकी दो आरोपियों की तलाश जारी है। प्रवक्ता ने आज यहां यह खुलासा करते हुये कहा कि गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) परिवारों के लिए वर्ष 2011-2012 में पंचायत खानगाह को प्राप्त कुल 4,95,000 रुपये
के केंद्रीय अनुदान में से तत्कालीन एडीसी विकास-सह-मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद, कपूरथला, सतीश चंदर वशिष्ट ने गांव महमदवाल के सरपंच आसा सिंह और तत्कालीन पंचायत सचिव कुलवंत सिंह के साथ मिलकर अयोग्य लाभार्थियों के नाम पर चेक जारी करके अनुदान का गबन किया था। उन्होंने बताया कि उपायुक्त कपूरथला की सिफ़ारिश पर विभिन्न अधिकारियों की पांच सदस्यीय समिति ने उक्त अनुदान के उपयोग के संबंध में भौतिक सत्यापन किया था, जिसके दौरान यह पाया गया कि वर्ष 2011-12 के दौरान कपूरथला जिले के 31 गांवों से संबंधित 411 अयोग्य लाभार्थियों को 1,80,00,000 का भुगतान किया गया।