नई दिल्ली : केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को तीन शहरों बेंगलुरु, ठाणे और पुणे में नयी मेट्रो रेल परियोजनाओं और पश्चिम बंगाल के बागडोगरा और बिहार के बिहटा में दो सिविल हवाई अड्डा परियोजनाओं को मंजूरी दी। तीनों मेट्रो रेल परियोजनाएं 2029 तक चालू हो जायेंगी।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्वनी वैष्णव ने प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में आज शाम हुई मंत्रिमंडल की बैठक की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बेंगलुरु में मेट्रो रेल के तीसरे चरण में 44.65 किलोमीटर की लाइन का विकास होगा, जिस पर 15,611 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। इस लाइन पर 31 मेट्रो स्टेशन होंगे और इससे पीनिया औद्योगिक क्षेत्र, बन्नेरघट्टा रोड, आउटर रिंग रोड़ और तुमकुर औद्योगिक क्षेत्र के लिए आवागमन आसान होगा। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही आईटी हब के रूप में मशहूर बेंगलुरु शहर में मेट्रो रेल का नेटवर्क 220 किलोमीटर पहुंच जायेगा और मेट्रो से सफर करने वाले दैनिक यात्रियों की संख्या 26 लाख तक पहुंच जायेगी तथा शहर की परिवहन व्यवस्था बेहतर होगी।
श्री वैष्णव ने बताया कि ठाणे में समन्वित मुद्रिका मेट्रो रेल परियोजना के तहत 29 किलोमीटर की नयी लाइन का निर्माण किया जायेगा जिस पर 12,200 करोड़ रुपये की लागत आयेगी। उन्होंने कहा कि ठाणे मेट्रो रेल का नेटवर्क मुंबई मेट्रो रेल नेटवर्क और निर्माणाधीन बुलेट ट्रेन नेटवर्क से भी जुड़ेगा। इससे पुणे में मेट्रो रेल का नेटवर्क दोगुना हो जायेगा। कुल 22 स्टेशनों वाले इस मेट्रो मार्ग का निर्माण कार्य 2029 तक पूरा हो जायेंगा, जिसमें तीन किलोमीटर तक का रास्ता भूमिगत होगा।
उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल ने पुणे में स्वारगेट से कातराज के बीच 5.46 किलोमीटर की नयी लाइन के प्रस्ताव को मंजरी दी गयी है। इससे मार्केट यार्ड बिब्वेवाडी और बालाजी नगर जैसे इलाकों को फायदा होगा। इस परियोजना पर 2954.53 करोड़ रुपये खर्च होंगे और यह फरवरी 2029 तक चालू हो जायेगी।
इस परियोजना का निर्माण महाराष्ट्र सरकार और केन्द्र सरकार का संयुक्त उपक्रम महा मेट्रो क्रियान्वित करेगा।
हवाई अड्डा परियोजना के बारे में श्री वैष्णव में बताया कि पटना हवाई अड्डे पर बढ़ती भीडभाड और शहर के भविष्य के विस्तार की आवश्यकताओं को देखते हुए पटना से करीब 28 किलोमीटर दूर स्थित बिहटा में सिविल हवाई अड्डे के विकास की नयी परियोजना के भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी है। इस पर 1413 करोड़ रुपये खर्च होंगे। बेहटा के सिविल हवाई अड्डे पर 66 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण होगा जिस पर भीड़भाड़ के समय तीन हजार यात्रियों के आनेजाने की सुविधा होगी। बिहटा हवाई अड्डे की सालाना क्षमता 50 लाख सालाना की होगी, जिसे एक करोड़ तक बढ़ाया जा सकेगा। इस हवाई अड्डे पर यात्रियों के लिए एक साथ दस विमान खड़े किया जा सकेंगे।
मंत्रिमंडल ने बागडोगरा वायु सैनिक स्टेशन पर एक नया सिविल हवाई अड्डा बनाने के भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। जिस पर 15.49 करोड़ रुपये की लागत आयेगी। वहां 70390 वर्ग मीटर क्षेत्र में टर्मिनल इमारत बनायी जायेगी। जिसकी क्षमता 300 यात्रियों की होगी और वहां से साल में एक करोड़ यात्रियों का आवागमन हो सकेगा।