आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच 14 नवम्बर को दुबई में खेले गए टी-20 विश्वकप के फाइनल मुकाबले में आस्ट्रेलिया ने अपना पहला टी-20 विश्वकप 15 साल के इंतज़ार के बाद जीत लिया है। फाइनल मुकाबले में आस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड को 8 विकेट से हाराया। न्यूजीलैंड ने 4 विकेट खो कर 172 रनों का लक्ष्य रखा था जिसको आस्ट्रेलिया ने 18.5 ओवर्स में 2 विकेट गवांकर हासिल कर लिया। आस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया था। टीम की कमान एरोन फिंच संभाल रहे थे ऐसे में उनकी कप्तानी में आस्ट्रेलिया को विश्वकप मिलना उनके लिए बहुत फायदेमंद होगा।
प्लेयर ऑफ़ द मैच मिशेल मार्श को चुना गया जिनकी बल्लेबाजी ने आस्ट्रेलिया को शुरूआती झटके से उबार लिया, साथ ही डेविड वार्नर को प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट का ख़िताब मिला। वार्नर ने इस टी -20 विश्वकप में कुल 289 रन बनाए जो इस टूर्नामेंट में दुसरे सबसे अधिक रन थे. इसे अलावा वार्नर आस्ट्रेलिया की तरफ से टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले प्लेयर भी बने।
न्यूजीलैंड पर भारी पड़ी आस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी
न्यूजीलैंड की टीम जब पहले बल्लेबाजी करते हुए मैदान में उतरी तो उनको शुरुआती झटका डेरिल मिशेल के रूप में लगा जो टीम के 28 रन के स्कोर पर अपनी विकेट गँवा चुके थे। टीम थोड़ी सँभलने की स्तिथि में आई ही थी कि 11 वें ओवर में गप्टिल की विकेट के साथ न्यूजीलैंड का दूसरा विकेट भी गिर गया जिसके बाद ग्लेंन फिलिप्स और कप्तान केन विलियमसन ने पारी को संभालते हुए टीम का स्कोर 172 रनों तक पहुंचा दिया। न्यूजीलैंड की तरफ से विलियमसन ने 48 गेंदों पर सबसे ज्यादा 85 रन बनाये ।
अब आस्ट्रेलिया को 20 ओवर्स में न्यूजीलैंड का लक्ष्य का पीछा करना था जिसके बाद आस्ट्रेलिया की ओपनिंग सलामी जोड़ी एरोन फिंच और डेविड वार्नर क्रीज पर उतरे। आस्ट्रेलिया की शुरुआत भी संकट भरी रही जिसमे टीम के 15 रन के स्कोर पर एरोन फिंच ने अपना विकेट बोल्ट की गेंद पर गँवा दिया। जिसके बाद मिशेल मार्श तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी करने के लिए उतरे और उन्होंने ओपनर डेविड वार्नर के साथ मिल कर लम्बी साझेदारी की और आस्ट्रेलिया का स्कोर बिना किसी अन्य विकेट नुकसान हुए 100 रनों के पार हो गया।
दोनों बल्लेबाजो ने मिलकर 90 रनों से ज्यादा की साझेदारी की। डेविड वार्नर ने 38 बॉल पर 53 रन की पारी खेली और मिशेल मार्श ने 50 बॉल पर 77 रनों की पारी खेली. मिशेल ने अपना विकेट टीम के 107 रनों के स्कोर पर गँवा दिया। अंत में मैक्सवेल ने 4 चौकों और 1 छक्के की मदद से 18 बॉल पर 28 रन बनाते हुए आस्ट्रेलिया को विश्वकप का विजेता बना दिया।
गेंदबाज ज्यादा विकेट लेने में रहे नाकामयाब
गेंदबाजी की बात की जाए तो आस्ट्रेलिया की तरफ से हेजलवुड ने चार ओवर्स में 16 रन देकर सबसे ज्यादा 3 विकेट हासिल किये। ज़म्पा ने 4 ओवर्स में 26 रन देकर एक विकेट हासिल किया। दूसरी और न्यूजीलैंड की टीम ज्यादा विकेट चटकाने में नाकामयाब रही। ट्रेंट बोल्ट ने 4 ओवर्स में 18 रन देकर सबसे ज्यादा 2 विकेट हासिल किये उसके अलावा कोई भी अन्य गेंदबाज विकेट नही निकाल पाया।