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आजमगढ़ : आदर्श हत्याकांड के दो वांछित पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार

आजमगढ़ : उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में मशहूर तबला वादक आदर्श मिश्रा की हत्या के वांछित सुशील यादव उर्फ गोल्डी यादव एवं उसके एक अन्य साथी को पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने शनिवार को बताया कि बीती रात हुई मुठभेड़ में पकड़े गये वांछितों से हत्या में प्रयुक्त तमंचा, कारतूस तथा बाइक भी बरामद कर ली है। ज्ञात हो कि गत 20 सितंबर को कंधरापुर थाना क्षेत्र के हरिहरपुर गांव में आदर्श मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में उन्हें सम्मानित किया था।
इस मामले में पुलिस को चार नामजद वांछितों की तलाश थी। पुलिस ने अब तक इसमें तीन नामजद को गिरफ्तार कर लिया है। परिजनों की तहरीर के आधार पर दर्ज की गयी प्राथमिकी में परिवार की महिलाओं के साथ नामजदों की छींटाकशी का विरोध करने पर आदर्श की हत्या का जिक्र किया गया है। पुलिस मुठभेड़ में पकड़े गये अभियुक्त गोल्डी यादव ने इस घटना को अंजाम देने के पीछे कुछ और ही कहानी बतायी है।

उसने पुलिस को बताया कि मृतक के साथ उसके पारिवारिक संबंध थे। लगभग 6 महीने पहले गोल्डी के बड़े भाई सोनू यादव के साथ हृदय मिश्रा, आदर्श मिश्रा व अन्य की किसी बात को लेकर कहासुनी व मारपीट हुई थी। इसके बाद 19 सितंबर को पुनः लच्छीरामपुर में अभियुक्त व उसके साथियों की कहासुनी आदर्श मिश्रा व साथियों के साथ हुई थी। जिसका बदला लेने के लिए अभियुक्त द्वारा सुनियोजित तरीके से इस घटना को अंजाम दिया गया।
पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य के अनुसार 23 एवं 24 सितंबर की मध्यरात्रि पुलिस को सूचना मिली कि घटना का मुख्य वांछित सुशील यादव उर्फ गोल्डी यादव कहीं भागने वाला है। इस सूचना पर कंधरापुर पुलिस ने 23 सितंबर की रात 9:00 बजे कंधरापुर थाना क्षेत्र के दुधनारा तिराहा के पास से गोल्डी यादव एवं उसके साथी काजू शर्मा को बाइक के साथ गिरफ्तार कर लिया। दो घंटे की कड़ी पूछताछ के बाद हत्या में प्रयुक्त तमंचे की बरामदगी के लिए पुलिस टीम गोल्डी को लेकर रात 11:30 बजे कंधरापुर के करेंहवा मठ के पास ले गई। जहां उसने असलहा छुपा कर रखा था।
आर्य ने कहा कि अभी इस घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जा रही है। अभियुक्तों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत संपत्ति जब्तीकरण की भी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। मौका देख भागने के इरादे से गोल्डी ने हत्या में प्रयुक्त तमंचे से पुलिस पर भी फायर कर दिया। आत्मरक्षार्थ पुलिस टीम ने भी गोली चलाई। इस घटना में गोल्डी के बाएं पैर में गोली लग गई। घायल होने के पश्चात उसे पुनः गिरफ्तार कर इलाज के लिए मंडलीय चिकित्सालय में भर्ती करा दिया गया है।
गोल्डी के पास से 315 बोर का तमंचा, दो जिंदा कारतूस व दो खोखे बरामद किए गए। इसके साथ ही घटना में इस्तेमाल की गई बाइक भी पुलिस ने बरामद कर ली है। अब तक इस घटना में तीन आरोपियों सुशील यादव उर्फ गोल्डी यादव उसका भाई मोनू यादव और काजू शर्मा उर्फ मनीष शर्मा को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है ।

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