हमीरपुर : उत्तर प्रदेश सरकार ने चित्रकूटधाम मंडल की नदियों के जल को स्वच्छ रखने के लिये कड़ा कदम उठाते हुये चारों जिलों के नदियों के घाटों व पूजा स्थलों से निकलने वाले कचरा व पालीथिन फेकने पर सख्ती से रोक लगा दी है। इसके लिये मंडल के सभी नगर पालिकाओं व नगर पंचायतों को नोटिस जारी कर कड़े निर्देश दिये गये है।
चित्रकूटधाम मंडल के क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी डा.माधवी कमलवंशी ने रविवार को बताया कि नदियों में बने घाटों व अन्य स्थलों से लोग कूड़ा कचरा डालते है। जिससे नदियों का जल प्रदूषित हो रहा है। इससे नदियों जल जीवों के जीवन पर प्रतिकूल असर पड़ता है। कई स्थानों पर शहर व गांव का गंदा पानी नदियों में जाता है शासन ने उसे भी रोकने के लिये नगर पालिकाओं को सख्त आदेश दिये है।
क्षेत्रीय अधिकारी का कहना है कि इसके लिये हमीरपुर,महोवा,बांदा चित्रकूट जिले के नदियों के किनारे जहां पर मंदिर व पूजा स्थल बने है उनसे जितना कचरा पालीथिन निकलता है वह सब नदियों में फेक दिया जाता है इसलिये शासन को यह कदम उठाना पड़ा है। यह समस्या बड़े बडे शहरों में ज्यादा देखने को मिलती है। नगर पालिकाओं व नगर पंचायतों से कहा गया है जहा से कूड़ा कचरा आता है वहा पर मजबूत जाली लगवा दे ताकि लोग नदियों का पानी गंदा न कर सके।
क्षेत्रीय अधिकारी ने नगर पालिकाओं के ईओ से पूछा है कि नदियों के साफ सफाई के लिये वे क्या कर रहे है इसकी रिपोर्ट तुरंत भिजवाये ताकि शासन को अवगत कराया जा सके। शासन ने स्थानीय निकायों से कहा है कि शहर का गंदा पानी नदियों में नही जायेगा इसके लिये कड़े कदम उठाना आवश्यक है। हमीरपुर जिले में अभी तक सीवर ट्रीट प्लांट न होने के कारण पूरे शहर के अलावा आसपास के क्षेत्र का पानी यमुना वेतवा में धड़ल्ले से जा रहा है। जो चिंता का विषय बना हुआ है।