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भाजपा ने सैम पित्रोदा के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया की व्यक्त

नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बुधवार को कहा कि इंडिया समूह के सारे दल भारतीयों की विरासत पर गिद्धदृष्टि डालकर बैठे हैं और चाहते हैं कि उनकी सत्ता तो पीढ़ी दर पीढ़ी बिना ‘विरासत कर’ के उनके बच्चों की बनी रहे, लेकिन जनता से ‘विरासत कर’ लिया जाए।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ सुधांशु त्रिवेदी ने यहां पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा द्वारा देश की संपत्ति पर ‘विरासत कर’ लगाने वाले बयान पर कहा कि कांग्रेस की विरासत में ही भारत के सांस्कृतिक गौरव और जनता की विरासत विरोधी मानसिकता है।
डॉ त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपने खतरनाक इरादों से भरे हुए घोषणापत्र के सन्दर्भ में प्रेस कांफ्रेंस कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति जो आभार व्यक्त किया है, उसका हम तहे दिल से सम्मान करते हैं। कांग्रेस पार्टी के अपदस्थ अध्यक्ष राहुल गाँधी को विरासत में मिले उनके स्वर्गीय पिताजी के गुरु सैम पित्रोदा ने कांग्रेस के घोषणापत्र का ऐसा एक्सरे कर दिया है कि अब श्री राहुल गांधी या कांग्रेस का कोई भी प्रवक्ता स्पष्टीकरण दे दें, हकीकत नहीं बदलने वाली है, क्योंकि श्री सैम पित्रोदा की टिप्पणी के बाद कांग्रेस पार्टी पूरी तरह बेनकाब हो गई है। कांग्रेस में बड़े दिमागदार और ब्रेन बिहाइंड माने जाने वाले श्री सैम पित्रोदा ने कांग्रेस की नापाक साजिश उजागर कर दी है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय अर्थव्यस्था एक बचत आधारित अर्थव्यवस्था है। विश्व के बड़े-बड़े अर्थशास्त्रियों का कहना है कि भारतीय परिवार अपने बच्चों को बचत के लिए प्रेरित करते हैं। भारत का मूल मंत्र है कि परिवार की एक पीढ़ी मेहनत कर कुछ कमाती है, अगली पीढ़ी उस कमाई से कुछ स्थापित करती है, तब जाकर तीसरी पीढ़ी कुछ सुख पाती है, लेकिन कांग्रेस इस सुख चैन को छीनना चाहती है। श्री सैम पित्रोदा विदेश से प्रेरित होकर गोल्ड टैक्स लगाने की बात कर रहे हैं। पूरे देश को पता रहे कि कांग्रेस के घोषणापत्र में विदेशी जगहों के फोटो लगाए गए थे, जिसका कांग्रेस आज तक खंडन नहीं कर पाई थी। अपने घोषणापत्र में कांग्रेस ने अमेरिका की बफेलो रिवर का चित्र लगाकर भारत के पर्यावरण के बारे में चिंता दिखाई थी। आज ये स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस के घोषणापत्र में विदेशी चित्र कोई गलती नहीं, अपितु सोच समझ कर योजनाबद्ध तरीके से लगाई गई थी।
उन्होंने कहा कि आज बहुध्रुवीय विश्व आगे बढ़ रहा है और हार्ड करेंसी के रूप में डॉलर का भविष्य अनिश्चितताओं से घिरा हुआ है। पूरा विश्व हार्ड करेंसी के रूप में डॉलर से सोने की ओर अग्रसर हो रहा है और सबसे ज्यादा सोना भारत में खरीदा जाता है। भारत में सोने की वार्षिक खरीद औसतन 700 टन है। भारत में गरीब से गरीब व्यक्ति सोना खरीदता है और उसे अपनी बचत मानता है, लेकिन कांग्रेस विदेश से प्रेरित होकर उस बचत के ऊपर 45 फीसदी टैक्स लगाना चाहती है। भारत जो अगली हार्ड करेंसी सोने का सबसे बड़ा आधार हो सकता है, कहीं कांग्रेस उस आधार को ध्वस्त करने के किसी राजनीतिक षड्यंत्र का हिस्सा तो नहीं? भारतीय परिवारों में सोना कोई संपत्ति नहीं है। हिंदू परिवारों की प्रत्येक पूजा और विवाह में सोने का प्रयोग किया जाता है।
डाॅ. त्रिवेदी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा है कि कांग्रेस की लूट, जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी। कांग्रेस को इस विदेशी मानसिकता से बाहर आना होगा। कांग्रेस उस विदेशी मानसिकता से प्रेरित है, जिसे भारत की विरासत से नफरत है और जो भारतीयों की विरासत पर गिद्धदृष्टि डालकर बैठी है। इंडिया समूह के सारे दल चाहते हैं कि उनकी पार्टी तो पीढ़ी दर पीढ़ी बिना ‘विरासत कर’ के उनके बच्चों की रहे, लेकिन जनता से विरासत कर लिया जाए।
डॉ त्रिवेदी ने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जनधन योजना के तहत 54 करोड़ गरीबों के बैंक खातों में लगभग दो लाख करोड़ रुपए से अधिक का धन पहुंचाया और दूसरी तरफ कांग्रेस जन जन का धन खींचना चाहती है। भाजपा सरकार ने चार करोड़ से अधिक आवास बनाए हैं और जब इनके मालिक इन घरों को अपने बच्चों को देना चाहेंगे, तो कांग्रेस उनसे इस पर विरासत कर लेगी। देश की विरासत और सांस्कृतिक गौरव पर कांग्रेस की कुदृष्टि रहती है और देश की जन-जन की विरासत पर गिद्ध दृष्टि बनी रहती है। अब इसमें बचाव की कोई गुंजाइश नहीं रह गई है।
डॉ त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस ने 2004 में सत्ता में आने के बाद अपने पहले कार्य के तहत पोटा कानून समाप्त किया था, जिसके बाद देश में ऐसा माहौल बना था कि चंडीगढ़ से लेकर चेन्नई, नागपुर से लेकर जयपुर और हैदराबाद से लेकर लखनऊ तक चली ट्रेन, बस और पार्कों में बम धामके होते थे। कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों के कार्यकाल में देश के सार्वजनिक स्थानों पर लिखा होता था कि संदिग्ध वस्तु को न छुएं, यानी जान खतरे में होने की गारंटी थी। कांग्रेस के घोषणापत्र का जो एक्सरे उनके हाईटेक गुरु ने किया है, उससे भारतीयों के जान-माल का खतरा होने की गारंटी स्पष्ट हो गई है। यदि कोई व्यक्ति अपने बच्चों को थोड़ी संपत्ति भी नहीं दे पाएगा, तो बच्चों का हक मारा जाएगा और बुजुर्गों का सम्मान आहत होगा। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जिस खतरे को लेकर आगाह किया है, वो सामान्य नहीं है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि आखिरकार ये संपत्ति कांग्रेस सरकार किसे देगी? भारत के हर नागरिक का कुछ न कुछ तो है इस देश में है। यदि कोई भूमिहीन भी है, फिर भी उसके पास कुछ तो है। जो लोग कहते हैं कि वो अपना कोई रिकॉर्ड नहीं दे सकते, दरअसल उन्हीं के पास विरासत के नाम पर कुछ नहीं होता है और वे घुसपैठिए ही होते हैं, जिनके पास कुछ नहीं होता। कांग्रेस के हिसाब से ये लोग उसी श्रेणी में आएंगे, जिन्हें संपत्ति दे दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि श्री राहुल गांधी की न्याय यात्रा में सबसे ज्यादा भीड़ उन्हीं इलाकों में थी, जहां जनसांख्यिकी परिवर्तन हुआ है। खतरा कितना बड़ा है, इससे स्पष्ट होता है कि इंडी गठबंधन के घटक दल कम्युनिस्ट पार्टी कहती है कि भारत का परमाणु भंडार समाप्त कर देंगे और कांग्रेस पार्टी कहती है कि लोगों के घर का जो भंडार है जिसमें कुछ धन और अन्न भी है, उसे भी ले लेंगे।
डाॅ. त्रिवेदी ने कहा कि भाजपा सिर्फ आरोप नहीं लगा रही है, अपितु प्रमाण दे रही है। कांग्रेस पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान का बचाव करने की कोशिश करती है, लेकिन उनके कथनानुसार कांग्रेस देश के संसाधनों पर पहला हक मुस्लिमों को देने का काम पहले ही कर चुकी है। केन्द्र सरकार के किसी भी विभाग के बाद वक्फ बोर्ड एक ऐसा गैर-सरकारी संस्थान है, जिसके पास सबसे ज्यादा जमीन है। वक्फ बोर्ड को पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और मनमोहन सिंह ने जब काफी दृढता से स्थापित किया है, तो कांग्रेस देश के संसाधनों पर पहला हक मुस्लिमों को देने की बात का बचाव नहीं कर सकती, क्योंकि कांग्रेस यह काम पहले ही कर चुकी है। ऐसी राष्ट्र विरोधी शक्तियों को देश की वास्तविक ‘शक्ति’ ने कभी उभरने नहीं दी। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में आज जब भारत अपनी वास्तविक शक्ति का अहसास कर रहा है, तब इन राष्ट्रविरोधी शक्तियों की नजर अब आम जनता की संपत्ति और विरासत पर टिकी है। देश की जनता आगामी चुनाव में इन सभी शक्तियों को करारा जवाब देगी, क्योंकि कांग्रेस के पास अब बचाव की कोई गुंजाइश नहीं बची है।

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