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व्यवस्था परिवर्तन के लिए सत्ता में आया

बिलासपुर : ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शनिवार को कहा कि वह सत्ता सुख के लिए नहीं, बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए आये हैं। पहली ही कैबिनेट बैठक में सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाल की। प्रदेश सरकार ने राजस्व लोक अदालत लगाने की ऐतिहासिक पहल की।
श्री सुक्खू ने जिला बिलासपुर के घुमारवीं में एक जनसभा को संबोधित करते हुए भराड़ी को तहसील बनाने, घुमारवीं में एक बड़ा प्रोफेशनल तकनीकी संस्थान खोलने तथा त्यूण किला को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए समुचित धनराशि उपलब्ध कराने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि नगर नियोजन मंत्री राजेश धर्माणी की सभी मांगों को पूरा किया जाएगा।
उन्होंने कहा,‘‘उम्मीद नहीं की थी कि जिस कांग्रेस पार्टी की विचारधारा पर चुन कर आने वाले छह विधायक पार्टी को धोखा देंगे। सरकार को अस्थिर करने के लिए मेरे इस्तीफे की अफवाहें फैलाई गई। अब हिमाचल प्रदेश की जनता भी उनके कभी माफ नहीं करेगी। जो धन बल का प्रयोग करते हैं, वो जनता की सेवा कभी नहीं सकते। हमने कभी अपना ईमान नहीं बेचा, क्योंकि हमारे परिवार ने हमें ऐसे संस्कार दिए हैं। हर संघर्ष कर जनता की सेवा कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि राजेश धर्माणी के साथ उनके पारिवारिक संबंध हैं। एक साधारण परिवार से निकलकर वह व राजेश धर्माणी राजनीति में आए और भगवान के आशीर्वाद से आगे बढ़े। मुख्यमंत्री बनने के बाद से लोगों की सच्चे मन से सेवा करने की इच्छा थी। आर्थिक चुनौतियों को पार पाने के लिए सरकार बनने के बाद से भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के प्रयास किए।
उन्होंने कहा,‘‘मैं सत्ता सुख के लिए नहीं, बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए आया हूं। पहली ही कैबिनेट बैठक में सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाल की। प्रदेश सरकार ने राजस्व लोक अदालत लगाने की ऐतिहासिक पहल की। अनाथ बच्चों, विधवाओं एवं एकल नारियों, मनरेगा मजदूरों, बुजुर्गों, पशु पालकों और किसानों के हितों के लिए राज्य सरकार ने अनेक फैसले लिए हैं, ताकि वह समाज में सम्मान के साथ अपना जीवन यापन कर सकें। 18 साल से अधिक आयु की महिलाओं को प्रतिमाह 1500 रुपए आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।’’
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान हर वर्ग के कल्याण के लिए अनेक नवोन्मेषी योजनाएं आरम्भ की हैं ताकि समाज के हर वर्ग और हर क्षेत्र का समान विकास सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि जन शिकायतों का समाधान करना प्रदेश सरकार की विशेष प्राथमिकता है। इसी के दृष्टिगत सरकार द्वारा राजस्व अदालतों का आयोजन किया जा रहा है जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।
श्री सुक्खू ने कहा कि युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार अवसर उपलब्ध करवाने और इसके दृष्टिगत संसाधन सृजित करने को प्रदेश सरकार ने विशेष अधिमान दिया है। तकनीकी शिक्षा स्वरोजगार के लिए महत्ती भूमिका अदा करती है। इसीलिए सरकार ने इस वर्ष के बजट में तकनीकी शिक्षा क्षेत्र के लिए समुचित बजट का प्रावधान किया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सकारात्मक दृष्टिकोण और दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ कार्य कर रही है। जिन लोगों ने सरकार और लोकतंत्र के साथ विश्वासघात किया है, उन्हें प्रदेश की जनता करारा जबाव देगी।
नगर नियोजन मंत्री राजेश धर्माणी ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू दस साल एनएसयूआई, युवा कांग्रेस और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। एक साधारण परिवार से निकल कर उन्होंने राजनीति में लंबा संघर्ष किया और मुख्यमंत्री बनने के बाद समाज कल्याण के लिए अनेक योजनाएं आरंभ की। उन्होंने कहा कि अवैध क्रशर बंद करने व शराब के ठेकों की नीलामी करने से कुछ लोगों को दिक्कत हुई क्योंकि उन्हें लूट की छूट चाहिए थी। मुख्यमंत्री ने लूट की राजनीति के आगे झुकने से मना किया तो कुछ षड्यंत्रकारियों ने मिलकर प्रदेश सरकार को गिराने की साजिश रची।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री राम लाल ठाकुर, पूर्व विधायक बीरू राम किशोर, बाबू राम गौतम व तिलक राज शर्मा, जिला परिषद सदस्य गौरव शर्मा, उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक, सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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