भारत में डेल्टा प्लस कोविड वैरिएंट के 40 नए केस दर्ज किये गए है, ज्यादातर मामले महाराष्ट्र,मध्यप्रदेश केरल और तमिलनाडू के है। भारत सरकार ने इस नए वैरिएंट को वायरस ऑफ़ कंसर्न की श्रेणी में डाला है। जिन क्षेत्रों में इस वैरिएंट की पुष्टि हुई है वहां भारत सरकार ने कोरोना के नियमों का सख्ती से पालन करने और स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने की सलाह दी है।
भारत सरकार ने एक प्रेस रिलीज जारी करके जानकारी दी है कि कोरोना वायरस महामारी लगातार म्यूटेंट करता है, जिसके कारण भारत और विश्व भर में नए केस देखने को मिलते है। म्यूटेंट होने से वायरस और ज्यादा संक्रामक और प्रभावशाली हो जाता है। भारत में जीनोम सीक्वेंस जानकारी रखने वाली लैब INSACOG ने हाल ही में डेल्टा वैरिएंट (B.1.617.2) का पता लगाया था जो कि कई एनी देहों में भी पाया गया। डेल्टा वैरिएंट के कारण भारत में कोरोना की दूसरी लहर में तेजी आई और रोजाना रिकॉर्ड स्तर पर कोरोना के नए केस सामने आ रहे थे. डेल्टा वायरस की चपेट में आकर कई लोग मारे गए।
डेल्टा और नए म्यूटेंट स्ट्रेन का मिश्रण है डेल्टा प्लस
हाल ही में कोरोनावायरस का जो नया डेल्टा प्लस वैरिएंट सामने आया है, वह B.1.617.2 इंडियन स्ट्रेन और K417N (साउथ अफ्रीका ) स्ट्रेन से मिलकर बना है। डेल्टा प्लस वैरिएंट को ( B.1.617.2.1 और AY.1 ) का नया नाम दिया गया है। K417N म्यूटेंट वायरस के स्पाइक प्रोटीन (वायरस के नुकीले उभार) के साथ मिलकर उसे और संक्रामक बनाता है। स्पाइक प्रोटीन वायरस को मानव कोशिकाओं में रिसेप्टर में मध्य में प्रवेश करने में मदद करता है।
नया म्यूटेंट इंसानी इम्यून सिस्टम से खुद को बचाता है जिस कारण ये मानव के इम्यून सिस्टम को चकमा दे सकता है। फिलहाल अभी इस नए वैरिएंट के मामले शुरूआती दौर में है जिस पर नज़र रखना जरुरी है और अभी जिन मरीजों में यह पाया गया है उन पर अनुसन्धान करने कि जरुरत है। लेकिन चिंता की बात यह है कि नया वैरिएंट हाल ही में अमेरिका और ब्रिटेन में अपना कहर बरपा रहा है और केसों में वृद्धि हो रही है।
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यह लेख भारत सरकार द्वारा जारी प्रेस रिलीज के माध्यम से तैयार किया गया है जिसमे INSACOG द्वारा डेल्टा वैरिएंट के सन्दर्भ में जानकारी दी गयी है. खबर का सोर्स लिकं इस प्रकार है. https://twitter.com/ANI/status/1407585457521586176/photo/1