गौरवशाली भारत

देश की उम्मीद ‎‎‎ ‎‎ ‎‎ ‎‎ ‎‎

धर्मशाला में देश का पहला एसआईएस ग्रास हाइब्रिड पिच वाला स्टेडियम होगा

शिमला : हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन क्रिकेट में अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी को अपनाने में हमेशा सबसे आगे रहा है। राज्य में क्रिकेट के प्रबंधन निकाय एचपीसीए ने हाल ही में अपनी अभ्यास सुविधाओं में एसआईएसग्रास हाइब्रिड पिच टेक्नोलॉजी पेश करने के लिए एक रोमांचक पहल की है।
यह कदम यह सुनिश्चित करेगा कि अभ्यास पिचें उच्चतम गुणवत्ता वाली हों क्योंकि पारंपरिक पिचें कठोर प्रशिक्षण कार्यक्रम नहीं झेल सकतीं और जल्दी ही खराब हो जाती हैं जिससे खिलाड़ियों के लिए अभ्यास के बेशकीमती अवसर सीमित हो जाते हैं। एसआईएसग्रास, नीदरलैंड स्थित एसआईएस पिचेज़ समूह की कंपनियों का अंग है और धर्मशाला के खूबसूरत एचपीसीए स्टेडियम में पहली बार हाइब्रिड पिच इंस्टॉलेशन में अपने क्रांतिकारी निवेश के साथ भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए तैयार है। यह अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी अधिक टिकाऊ, सुसंगत और उच्च प्रदर्शन वाली खेल की पिच प्रदान कर इस खेल के अनुभव में आमूल परिवर्तन लाएगी।
एसआईएसग्रास प्रौद्योगिकी खिलाड़ियों को सुरक्षा, स्थायित्व और शानदार खेलने की क्षमता का बेजोड़ संयोजन प्रदान करती है। शानदार एचपीसीए स्टेडियम अपनी तरह की पहले हाइब्रिड पिच इंस्टॉलेशन के लिए तैयार है।
इस पिच के इंस्टॉलेशन के बारे में एचपीसीए के मानद अध्यक्ष, आर पी सिंह ने कहा, प्रशंसकों के बीच धर्मशाला स्टेडियम ऐसे स्टेडियम के रूप में उभर रहा है जिसकी मांग बढ़ रही है और यह अपने सुरम्य परिवेश तथा सुंदर माहौल के लिए प्रसिद्ध है और घरेलू, अंतर्राष्ट्रीय तथा आईपीएल मैचों की मेज़बानी करता है।एचपीसीए ने क्रिकेट में लगातार उन्नत प्रौद्योगिकी को अपनाया है। उत्कृष्टता केंद्र में हमारी अत्याधुनिक इनडोर सुविधाओं से लेकर एलईडी लाइटिंग और कुशल जल निकासी के लिए एसआईएस एयर सिस्टम को लागू करने तक हम खिलाड़ियों और प्रशंसकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए समर्पित हैं।
देश में एसआईएसग्रास की अभूतपूर्व हाइब्रिड पिच प्रौद्योगिकी का आगमन हमारे राष्ट्रीय क्रिकेट के लिए अभूतपूर्व क्षण का प्रतीक है। यह नवोन्मेषी दृष्टिकोण खेल को उत्कृष्टता की नई ऊंचाइयों तक ले जाने की हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी और एसआईएस के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट निदेशक,पॉल टेलर ने कहा, भारत के शानदार क्रिकेट परितंत्र में नई और बेहतर प्रौद्योगिकी को शामिल कर हमें उम्मीद है कि इसके विकास में उल्लेखनीय बढ़ोतरी होगी। धर्मशाला में हाइब्रिड पिच स्थापित करने के लिए यूनिवर्सल मशीन का उपयोग किया जा रहा है जिसे एसआईएसग्रास ने पहली बार 2017 में विकसित किया था।यह क्रिकेट स्टेडियमों के अंदर प्राकृतिक टर्फ के साथ पॉलिमर फाइबर का एक छोटा प्रतिशत इंजेक्ट करता है। यह ढांचा खेल के दौरान पैदा होने वाले तनाव के प्रति अधिक लचीला है पिचों को टिकाऊ बनाने में मदद करता है समान उछाल की गारंटी देता है और व्यस्त ग्राउंडकीपरों पर दबाव कम करता है। जिन पिचों को तैयार किया गया है वहां अभी भी मुख्य रूप से प्राकृतिक घास हैं और सिर्फ पांच प्रतिशत पॉलिमर फाइबर का उपयोग किया गया है। यह सुनिश्चित करता है कि पूरी तरह से प्राकृतिक पिच की विशेषताएं बनी रहें। पिच को सिलने के लिए धर्मशाला में यूनिवर्सल मशीन लगाई गई है।

Leave a Reply