नई दिल्ली : कांग्रेस ने झारखंड में मुख्यमंत्री की नियुक्ति में राज्यपाल की ओर से अनावश्यक देरी करने पर सवाल उठाते हुए कहा है कि ऐसा लगता है कि वह केंद्र से निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने गुरुवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि झारखंड विधानसभा में सत्तारूढ़ गठबंधन के पास 47/48 सदस्य हैं जबकि विपक्ष के पास 32/33 सदस्य हैं। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए पूछा कि क्या भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) किसी भी तरह से दल-बदल को प्रोत्साहित करने की कोशिश कर रही है।
डॉ सिंघवी ने कहा, “अगर हेमंत सोरेन ने एनडीए में शामिल होने का विकल्प चुना होता तो स्थिति अलग होती। उन्हें भाजपा की वॉशिंग मशीन में धोया गया होता। ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा ने आम चुनावों से पहले ‘विपक्ष-मुक्त’ भारत सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है।” भाजपा पर दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में सत्तावादी और निरंकुश होने तथा निरंकुश व्यवस्था स्थापित करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा देश में कोई और राजनीतिक रंग देखना पसंद नहीं करती।