नई दिल्ली : देश में हर दस में से नौ से ज्यादा नियोक्ता नियुक्तियों में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) के कौशल को प्राथमिकता दे रहे हैं लेकिन 79 प्रतिशत नियोक्ताओं को अपनी जरूरत के मुताबिक एआई कौशल वाले लोग नहीं मिल पा रहे हैं जबकि एआई कौशल से काम करने वाले लोगों का वेतन 54 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ सकता है और एआई अपनाने में होती वृद्धि के साथ करियर में तेजी आ सकती है।
एमेज़ॉन डॉटकॉम कंपनी एमेज़ॉन वेब सर्विसेज़ (एडब्लूएस) ने आज अपनी नई शोध जारी की है, जिसमें सामने आया है कि जब एआई का पूरा उपयोग होने लगेगा, तब एआई कौशल और विशेषज्ञता वाले लोगों के वेतन में 54 प्रतिशत से ज्यादा वृद्धि हो सकती है जबकि आईटी (65 प्रतिशत), शोध एवं विकास (62 प्रतिशत) में वेतन में सर्वाधिक वृद्धि होती है।
कार्यस्थलों में एआई के उपयोग के विकसित होते रूझानों और कौशल की जरूरतों को बेहतर रूप से समझने के लिए एडब्लूएस ने ‘एक्सेलरेटिंग एआई स्किल्सः प्रिपेयरिंग द एशिया-पैसिफिक वर्कफोर्स फॉर जॉब्स ऑफ द फ्यूचर’ शीर्षक से एक क्षेत्रीय अध्ययन किया जिसमें 1600 से ज्यादा कर्मचारियों और 500 नियोक्ताओं काे शामिल किया गया।
भारत में सर्वेक्षण में हिस्सा लेने वाले 97 प्रतिशत कर्मचारियों को अपेक्षा है कि उनके एआई के कौशल से वेतन में अच्छी वृद्धि के अलावा उनके करियर पर भी सकारात्मक असर होगा और उनका करियर आगे बढ़ेगा। भारत में काम करने वाले 95 प्रतिशत लोगों ने बताया कि वो अपने करियर में तेजी लाने के लिए एआई का कौशल विकसित करने में रुचि रखते हैं। यह रुचि विभिन्न पीढ़ियों में एक समान है। जैन ज़ी के 95 प्रतिशत, 96 प्रतिशत मिलेनियल्स, और 93 प्रतिशत जैन एक्स कर्मचारी एआई कौशल हासिल करना चाहते हैं, जबकि 90 प्रतिशत बेबी बूमर्स, जो आम तौर से रिटायरमेंट की योजना बना रहे हैं, उन्होंने कहा कि यदि उन्हें एआई कौशल बढ़ाने वाला कोर्स पेश किया जाएगा, तो वो इसमें दाखिला लेंगे।
इसमें यह भी पता चला है कि भारत में एआई कौशल रखने वाले कार्यबल द्वारा उत्पादकता में भी काफी वृद्धि हो सकती है। सर्वे में शामिल नियोक्ताओं को आशा है कि एआई द्वारा बार-बार होने वाले कामों के ऑटोमेट हो जाने (71 प्रतिशत), नए कौशल सीखने का प्रोत्साहन मिलने (68 प्रतिशत), वर्कफ्लो और परिणामों में सुधार आने (64 प्रतिशत) से संगठन की उत्पादकता में 68 प्रतिशत तक की वृद्धि हो जाएगी। कर्मचारियों का मानना है कि एआई से उनकी दक्षता में 66 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है।
नियोक्ताओं को नहीं मिल रहे एआई दक्ष कामगार
