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अलगाववादियों के परिजन खुद को अलगाववाद से अलग कर रहे

श्रीनगर : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अलगाववादी नेताओं के परिजनों द्वारा खुद को अलगाववादी विचारधारा से अलग करने के लिए जारी किए गए सार्वजनिक नोटिस को उन लोगों के लिए आंखें खोलने वाला कहा है जो सवाल करते हैं कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद क्या बदलाव आया है।
जेल में बंद अलगाववादी नेता शब्बीर अहमद शाह की बेटी समा शब्बीर और हुर्रियत के संरक्षक सैयद अली शाह की पोती रुवा शाह ने पिछले कुछ दिनों में कश्मीर के स्थानीय अखबारों में सार्वजनिक नोटिस जारी कर खुद को अलगाववादी विचारधारा से अलग रखने की बात की है।
यह पहली बार है जब किसी अलगाववादी नेता के परिवार के किसी सदस्य ने इस तरह का नोटिस जारी किया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता अल्ताफ ठाकुर ने लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि वास्तव में जम्मू-कश्मीर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में बड़े पैमाने पर बदलाव देखा है।
ठाकुर ने कहा कि यह खुली स्वीकारोक्ति उन लोगों से संबंधित है जो अलगाववादी एजेंडे और विचारधारा के लिए जाने जाते रहे हैं और जो सवाल करते हैं कि अनुच्छेद 370 के हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में क्या बदलाव आया है। उन्होने कहा कि यह पाकिस्तानी एजेंडा की वकालत करने वालों के लिए एक तमाचा है।

ठाकुर ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी और जम्मू-कश्मीर को एक बार फिर शांति स्थल के रूप समें स्थापित करने के उनके प्रयासों के कारण संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि जो लोग अब भी पाकिस्तान का एजेंडा स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि उनकी छलपूर्ण राजनीति को कोई स्वीकार करने वाला नहीं है।

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