लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा (उत्तर प्रदेश) के अध्यक्ष कामेश्वर सिंह ने मंगलवार को कहा कि किसानों के वर्षों पुराने 1361 करोड़ रूपये बकाए के भुगतान को लेकर निर्णय लेना एक महत्वपूर्ण कदम है। बैठक में एक प्रस्ताव पारित कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फैसले पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए आभार प्रकट किया गया। कामेश्वर सिंह ने कहा कि संगठन के कुछ पदाधिकारियों ने कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री योगी से मिलकर निवेदन किया था कि बजाज समूह के चीनी मिलों पर किसानों के करोड़ों रूपए बकाया है।
वर्षों से इस बकाए का भुगतान नहीं हुआ है जिससे किसान बहुत ही परेशान थे। योगी सरकार ने इस मामले पर एक प्रभावी कदम उठाते हुए किसानों के बाक़ी 1361 करोड़ रूपये के भुगतान का निर्णय लेकर यह सुनिश्चित किया कि पीएम मोदी व सीएम योगी की डबल इंजन की सरकार की प्राथमिकता में किसान ही हैं।
उन्हाेने कहा कि 2007 से लेकर 2017 तक दस वर्षों में बसपा और सपा की सरकारों ने केवल 150 हज़ार करोड़ रूपये का भुगतान गन्ना किसानों को किया। वहीं, दूसरी ओर केवल छह वर्षों में योगी सरकार ने लगभग 250 हज़ार करोड़ रूपये का भुगतान गन्ना किसानों को किया है जो कि अपने आप में एक रिकार्ड हैं। प्रदेश सरकार ने यह क़ानून बनाया कि यदि कोई चीनी मिल गन्ना किसानों को गन्ने का भुगतान समय से नहीं करती हैं तो उसकी सम्पत्ति ज़ब्त कर सरकार किसानों को भुगतान करेगी।
सिंह के अनुसार, उसी क़ानून का उपयोग कर योगी सरकार ने बजाज समूह के 1361 करोड़ के बकाए का भुगतान करने का निर्णय लिया है। योगी सरकार के इस निर्णय से मेरठ, पीलीभीत, बिजनौर, लखीमपुर, गोंडा, बलरामपुर, बस्ती तथा देवरिया के गन्ना किसानों को लाभ मिलेगा। प्रदेश की शेष सभी चीनी मिलें किसानों का भुगतान समय पर कर रही हैं।