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आठ शहरों में मकानों की बिक्री में पांच प्रतिशत की गिरावट

नई दिल्ली : देश के प्रमुख आठ शहरों में बढ़ती कीमतों की वजह से इस वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में घरों की बिक्री इसके पिछले वर्ष की समान अवधि के 1,01,221 इकाई की तुलना में पांच प्रतिशत घटकर 96,544 इकाई रह गई।
रियल एस्टेट क्षेत्र की कंपनी आरईए इंडिया की प्रॉपटाइगरडॉटकॉम की मंगलवार को जारी ‘रियल इनसाइट रेज़िडेंशियल रिपोर्ट’ के अनुसार, शीर्ष आठ शहरों में लगभग 20 प्रतिशत की औसत वृद्धि देखने को मिली है यानी घर की कीमतों में तेज बढ़ोतरी के कारण सामर्थ्य पर असर पड़ा, जिससे कुल बिक्री में पांच प्रतिशत की गिरावट आई। वर्ष 2023 की इसी तिमाही की तुलना में नए लॉन्च में सालाना आधार पर 25 प्रतिशत की अधिक महत्वपूर्ण कमी देखी गई।
रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में कुल 96,544 इकाइयां बेची गईं जबकि वर्ष 2023 में इसी अवधि के दौरान एक लाख एक हजार 221 इकाइयों की बिक्री हुई थी, जो पांच प्रतिशत की वार्षिक गिरावट को दर्शाती है। इस अवधि में शीर्ष आठ बाजारों में लॉन्च की गई नई आवासीय इकाइयों की संख्या एक लाख 23 हजार 80 से 25 प्रतिशत घटकर 91863 इकाई रह गई।
दिल्ली एनसीआर में सालाना आधार पर आवासों की बिक्री 7,800 इकाई की तुलना में 29 प्रतिशत की बढ़ोतरी लेकर 10,098 इकाई पर पहुंच गई। पूरे वॉल्यूम में सबसे आगे रहते हुए मुंबई में एक प्रतिशत की मामूली गिरावट आई, जहां 2023 की तीसरी तिमाही में 30,299 की तुलना में 30,010 इकाइयों की बिक्री हुई। हैदराबाद में आवासों की बिक्री 14,191 इकाई से 19 प्रतिशत सालाना आधार पर गिरकर 11,564 इकाई रह गई। बेंगलुरु की बिक्री 12,588 इकाई के मुकाबले 11 प्रतिशत की कमी आई और यह घटकर 11,160 इकाई रह गई। इसी तरह अहमदाबाद में सालाना आधार पर नौ प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई और यह 10,305 इकाई से गिरकर 9,352 इकाई पर आ गई।
दिल्ली एनसीआर में नए मकानों की लॉन्चिंग में सालाना आधार पर 76 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्ज की गई और यह 6,810 इकाई से बढ़कर 11,955 इकाई पर पहुंच गई। इसके विपरीत मुंबई में 35,923 इकाई के मुकाबले 13 प्रतिशत की गिरावट लेकर 31,123 इकाई पर आ गई। हैदराबाद में 20,481 इकाई से 58 प्रतिशत गिरकर 8,546 इकाई, पुणे में 13543 21,287 से 36 घटकर 13,543 इकाई तथा कोलकाता में 3,850 इकाई से 61 प्रतिशत कम होकर 1,516 इकाई पर आ गई।
आरईए इंडिया के मुख्य वित्तीय अधिकारी एवं प्रॉपटाइगरडॉटकॉम के कारोबार प्रमुख विकास वाधवां ने कहा, “बिक्री और नए लॉन्च दोनों में सालाना आधार पर गिरावट बढ़ती कीमतों के प्रति बाज़ार की प्रतिक्रिया को दर्शाती है। भले ही आम चुनावों के कारण अप्रैल-जून की अवधि में घरों की मांग और आपूर्ति में नरमी थी और जुलाई-अगस्त के दौरान स्वीकृति प्रक्रिया में अस्थायी कमी आई लेकिन उपभोक्ता भावना सकारात्मक बनी हुई है। यह बाजार के मजबूत फंडामेंटल के कारण हुआ है, जिसने निरंतर रियल एस्टेट को एक पसंदीदा निवेश विकल्प के रूप में प्रोत्साहित किया है।”

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