उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हर किसी को अपनी उपासना पद्धति को मानने की आजादी है मगर माइक की आवाज परिसर से बाहर नहीं आनी चाहिये और बगैर अनुमति किसी धार्मिक यात्रा को नहीं निकाला जाना चाहिये।
योगी आदित्यनाथ ने उच्चस्तरीय टीम-09 की एक बैठक में कहा कि अपनी धार्मिक विचारधारा के हर किसी को अपनी उपासना पद्धति को मानने की स्वतंत्रता है। पूर्व से अनुमति से जहां माइक लगे हैं वहाँ माइक का प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित हो कि माइक की आवाज़ उस परिसर से बाहर न आए। अन्य लोगों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। नए स्थलों पर नए माइक लगाने की अनुमति न दें।
उन्होने कहा कि कोई शोभायात्रा अथवा धार्मिक जुलूस बिना विधिवत अनुमति के न निकाली जाए। अनुमति देने से पूर्व आयोजक से शांति-सौहार्द कायम रखने के संबंध में शपथ पत्र लिया जाए। किसी प्रकार के अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन नहीं किया जाना चाहिए। माहौल खराब हुआ तो हर स्तर पर जवाबदेही तय की जाएगी।