जालंधर : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पाकिस्तान के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सावधानीपूर्वक योजनाबद्ध इंटेल-आधारित ऑपरेशन में अमृतसर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र से चार भारतीय तस्करों को गिरफ्तार कर नशीली दवाओं की तस्करी करने वाले एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया और नशीले पदार्थ, हथियार और गोला-बारूद जब्त करने में सफलता हासिल की है।
बीएसएफ के प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि एक सप्ताह से अधिक समय की कड़ी मेहनत से विकसित की गयी खुफिया जानकारी के बाद यह ऑपरेशन किया गया और हेरोइन के संभावित गिराने वाले स्थान की भी टोह ली गयी। उन्होंने बताया कि गहन मूल्यांकन और योजना के बाद, बीएसएफ की ऑपरेशनल टीमों ने 29 जनवरी, 2024 की शाम को संदिग्ध क्षेत्र में घात लगाकर हमला किया। रात करीब 11:30 बजे, घात लगाकर बैठे दल ने एक ड्रोन की संदिग्ध आवाज़ सुनी और देखा कि तीन लोग एक पैकेट की ओर बढ़ रहे थे, जिसे अभी-अभी गिराया गया था।
इसके बाद, तीन तस्करों को तुरंत पकड़ लिया गया और उनके पास से एक पिस्तौल और चार राउंड वाली मैगजीन मिली। तस्करों ने पाकिस्तान स्थित तस्करों के साथ मिलकर कई ड्रोन उड़ानों की योजना बनाने की बात कबूल की। इन चार तस्करों की गिरफ्तारी से इनके दो अन्य साथियों के बारे में भी पता चला जो फरार हैं, उन्हें भी पकड़ने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों की मंजूरी के साथ, ऑपरेशन जारी रहा जिसमें कई सफल ड्रोन उड़ानें हुईं। ऑपरेशन में भारतीय तस्कर और राणा नाम के पाकिस्तानी तस्कर, उसके भाई और एक अन्य सहयोगी साहा के बीच एक वीडियो कॉल एक्सचेंज का खुलासा हुआ, जिसने ड्रोन के माध्यम से नशीले पदार्थों की तस्करी का संकेत दिया। वीडियो कॉल में, पाक तस्कर राणा ने भारतीय तस्कर को खेप का कुछ हिस्सा भीतरी इलाकों के कूरियर को सौंपने के बारे में निर्देश दिया, जिससे एक और कूरियर की गिरफ्तारी हुई और अतिरिक्त नशीले पदार्थों और ड्रग मनी की जब्ती हुई। बीएसएफ नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के साथ समन्वय में, पाकिस्तानी तस्कर राणा, उसके भाई और साहा (सरगना) के खिलाफ इंटरपोल नोटिस के लिये एक मजबूत मामला भी आगे बढ़ायेगा।
इस सारे ऑपरेशन में कुल मिलाकर चार तस्करों को पकड़ा गया, नौ पैकेट हेरोइन, एक पैकेट आईसीई (मेथामफेटामाइन) जब्त किया गया, दोनों का वजन लगभग 5.900 किलोग्राम था, जिसमें पैकिंग सामग्री, एक पिस्तौल, चार राउंड, भारतीय मुद्रा (70,140 रुपये) और एक स्कूटर शामिल है। जब्ती के तुरंत बाद, सभी जब्त वस्तुएं नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) को सौंप दी गईं, और एनसीबी सक्रिय रूप से विवरण की जांच कर रहा है और बाद में बीएसएफ के साथ जानकारी साझा करेगा। बीएसएफ इसमें शामिल अन्य लोगों का पता लगाने के लिये जानकारी का लाभ उठायेगी।