एचडीएफसी बैंक के एनआरआइ खाताधारक के बैंक खाते से अनाधिकृत रूप से पैसे निकालने के प्रयास में, दिल्ली साइबर सेल की टीम ने 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। साइबर सेल के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि इस बैंक फ्रॉड को अंजाम देने में एचडीएफसी बैंक के तीन कर्मचारियों का नाम भी सामने आया है। बैंक कर्मचारी और अन्य 9 व्यक्ति एनआरआइ के बैंक खाते से 50 लाख से 1 करोड़ की बड़ी रकम निकालना चाहते थे जो कि एक हाई प्रोफाइल बैंक अकाउंट था।
66 बार अनधिकृत ट्रांजेक्शन की कोशिश फेल
पैसे निकालने के प्रयास में इस समूह ने 66 बार अनधिकृत रूप से विभिन्न माध्यमों से ट्रांजैक्शन करने का प्रयास किया। आरोपियों के पास से एक फर्जी तरीके से बनायी गई चेक बुक बरामद की गई। ऐसा अंदेशा है कि यह चेक बुक भी बैंक के कर्मचारियों की मदद से ही बनाई गई होगी। साथ ही आरोपियों ने एनआरआइ अकाउंट होल्डर के यूएस बेस 10 डिजिट मोबाइल नंबर के जैसा एक ड्युप्लिकेट भारतीय मोबाइल नंबर भी बनवा लिया था इस नंबर से यह लोग लेन-देन वाले एप्लीकेशन पर आसानी से केवाईसी कर पा रहे थे।
एचडीएफसी बैंक देगा जांच में सहयोग
एचडीएफसी बैंक ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बैंक की तरफ से जांच एजेंसियों को पूरा सहयोग दिया जाएगा. बैंक ने जानकारी दी कि संदिघ्ध रूप से हुए अनाधिकृत ट्रांजैक्शन की गतिविधियों को बैंक के सिक्यूरिटी सिस्टम द्वारा ट्रैक किया गया है। सिक्यूरिटी अलर्ट में कई अन्य संदिघ्ध लेनदेन का भी पता चला है जिसकी जानकारी एचडीएफसी बैंक की तरफ से जांच एजेंसियों को दे दी गई है और बैंक के द्वारा की गई एफआइआर के बाद अपराध में शामिल सम्बंधित बैंक कर्मचारियों को पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है साथ ही बैंक के स्टाफ को जांच पूरी होने तक ससपेंड कर दिया गया है।
पुलिस अब इस गिरोह से पूछताछ करके पता लगाना चाहती है कि कहीं इस गिरोह ने इसी तरह के प्रयास से अन्य किसी व्यक्ति के साथ धोखाधड़ी तो नही की है।