नई दिल्ली : वेंकैया नायडू ने कहा है कि दल बदल कानून को सख्त बनाया जाना चाहिए और निशुल्क सुविधाओं को हतोत्साहित किया जाना चाहिए। नायडू ने मंगलवार को यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सार्वजनिक जीवन में नैतिकता का महत्व घट रहा है।यह चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों को चुनावी वादों के दौरान निशुल्क सुविधा और वस्तुएं देने के वादों से बचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जब राजनीतिक दल निशुल्क सुविधा और वस्तु देने का वादा करें तो उन्हें उसे जुटाने के संसाधनों का ब्यौरा भी देना चाहिए। उन्होंने कहा,”आम जनता को भी नेताओं से यह सवाल करने चाहिए कि इसके लिए संसाधन कहां से आएंगे ?” यह कार्यक्रम श्री नायडू को पद विभूषण सम्मान से सम्मानित होने के उपलक्ष्य में किया आयोजित गया था।
नायडू ने राजनेताओं के एक दल से दूसरे दल में जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि दल बदल विरोधी कानून को सख्त बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह गलत राजनीतिक प्रथा है और इस पर अंकुश लगाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जो राजनेता अपने प्रतिद्वंदी के लिए गलत भाषा का प्रयोग करते हैं, जनता को उन्हें नकार देना चाहिए। पूर्व उपराष्ट्रपति ने युवाओं से राष्ट्र निर्माण में बढ़ चढ़कर योगदान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि युवाओं को सार्वजनिक जीवन में सक्रियता से भाग लेना चाहिए।