इंडियन क्रिकेट टीम के टर्बनेटर और मैच विनर हरभजन सिंह ने आज क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से अपने संन्यास की घोषणा ट्विटर पर कर दी है. हरभजन सिंह वैसे तो काफी लम्बे समय से भारतीय टीम का हिस्सा नही है लेकिन आज उन्होंने अपने रिटायरमेंट की घोषणा करते हुए क्रिकेट करियर को याद करते हुए कई बाते कही.
जैसे समय आगे बढ़ता है हर अच्छी चीज के समाप्त होने का एक समय आता है. क्रिकेट भी मेरे लिए ऐसा ही अनुभव था जिसने मुझे काफी अच्छी चीजे दी है. भारतीय टीम की वर्दी ने मुझे हमेशा प्रेरणा दी है. मुझे क्रिकेट से बहुत कुछ मिला. लेकिन अब मेरे जीवन में क्रिकेट से विदा लेने का समय आ गया है. मेरे 23 साल लम्बे क्रिकेट करियर में जिन लोगों के साथ मैं खेला और जिस भारतीय जनता ने मुझे प्यार दिया उसके लिए सभी को धन्यावाद देना चाहता हूँ. इसके अलावा मैं बीसीसीआई के सभी बड़े अधिकारीयों, सेलेक्टर्स, दूसरी टीमों के खिलाड़ियों, स्पोर्ट्स स्टाफ और कोच का भी शुक्रियादा करता हूँ. मेरे सभी सहयोगियों ने मेरे सफ़र को बहुत यादगार और सुन्दर बनाया.
क्रिकेट से अलविदा लेते हुए हरभजन सिंह ने कहा कि 2007 T-20 और 2011 विश्वकप का खिताब जीतने वाली टीम का हिस्सा होना मेरे लिए बहुत ही ख़ुशी का पल था. साथ ही उन्होंने कहा कि क्रिकेट उनके जीवन का अहम् हिस्सा है और आगे भी रहेगा वह कोशिश करेंगे कि आगे भी भारतीय क्रिकेट में जिस तरह भी योगदान संभव होगा वह जरूर करेंगे.
हरभजन सिंह का क्रिकेट करियर
हरभजन के क्रिकेट करियर की शुरुआत 1998 से हुई लेकिन आस्ट्रेलिया के खिलाफ 2001 में खेली गयी टेस्ट सीरीज से उनकी काबिलियत की झलक पहली बार देखने को मिली जब उन्होंने 3 मैचों की टेस्ट सीरिज में 32 विकेट हासिल किये. इसी के साथ इसी सीरिज में उन्होंने अपनी पहली हट्रिक भी ली जिसके साथ वेह भारतीय टीम की तरफ से हैट्रिक लेने वाले पहले खिलाड़ी भी बने थे. ऑफ स्पिन गेंदबाजी से बल्लेबाजों को परेशान करने वाले हरभजन ने भारतीय टीम को कई अहम मौको पर विकेट दिलवाकर जीत की दहलीज पर पहुंचाया.
हरभजन ने टेस्ट मैच क्रिकेट में कुल 103 मैचों की 190 इनिंग में 32.46 की औसत से 417 विकेट लिए है इसके अलावा ODI क्रिकेट में उन्होंने 236 मैचों में 33.35 के औसत से 269 विकेट लिए है. T-20 क्रिकेट की बात की जाए तो हरभजन ने भारतीय टीम के लिए कुल 28 मैथ खेले है जिसमे उन्होंने 25.32 की औसत से 25 विकेट लिए है. भारतीय क्रिकेट टीम से दूरी के बाद वह आईपीएल में भी कोलकाता नाईट राइडर्स के साथ जुड़े रहे जिसमे उन्होंने कुल 163 मैच खेलते हुए 150 विकेट हासिल किये.