रात का तापमान गिरा
शिमला : हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिले लाहौल स्पीति के मनाली-लेह सड़क के पास सूरजताल झील ठोस बर्फ में तब्दील हो गई है। हालांकि अभी यह मार्ग यातायात के लिए पूरी तरह से बहाल है और पर्यटक भी आवाजाही कर रहे हैं। लाहौल के पर्यटक स्थल सिस्सू और इसके आसपास के जगहों पर आने वाले पर्यटक कुछ घंटे का सफर कर सूरजताल झील तक आवाजाही कर सकते हैं। पर्यटक इस झील का नजारा बर्फबारी से पहले मौसम को भांपकर कर सकते हैं।
लाहौल-स्पीति प्रशासन ने दारचा से सरचू और लेह की तरफ जाने का समय सुबह 800 से 1100 और सरचू छोर से दारचा और मनाली की ओर 1100 से 200 बजे का समय तय किया है। ऐसे में पर्यटक मनाली-लेह मार्ग पर पड़ने वाली सूरजताल झील को देख सकते हैं।
जनजातीय क्षेत्र में सुबह-शाम ठंड बढ़ गई है। लाहौल की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रात्रि तापमान शून्य से पांच डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। बारालाचा की तरफ अक्तूबर में बर्फबारी के बाद दिन के समय में भी तापमान जमाव बिंदु तक आ गया है। इस कारण सूरजताल, दीपकताल सहित चंद्रताल झील का पानी जम गया है। अब इन झीलों का पानी छह से सात माह बाद अपने स्वरूप में लौटेगा। पहाड़ों में ठंड के चलते नालों का पानी भी कम हो गया है। कुछ दिन में पहाड़ों से बहने वाले झरने भी जाम हो जाएंगे। इसके साथ चिनाव नदी का बहाव भी कम हो गया है।
लाहौल-स्पीति के उपायुक्त राहुल कुमार ने कहा कि जो पर्यटक दारचा-बारालाचा-सरचू की वादियां निहारने के लिए जाना चाहते हैं, वे दारचा में पुलिस की जांच चौकी में नाम, पता अवश्य पंजीकृत करें। उन्होंने मौसम और सर्दी की स्थिति देखते हुए सफर करने करने की अपील की।