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गुजरात गौरव दिवस पर पाटण में ‘क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र’ का उद्घाटन

पाटण: गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ‘गुजरात गौरव दिवस’ के अवसर पर रविवार को विश्व प्रसिद्ध पाटण शहर में 100 करोड़ रुपये के खर्च से निर्मित ‘क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र’ का लोकार्पण किया।
भूपेंद्र पटेल ने इस अवसर पर विज्ञान केंद्र की सभी गैलरियों को काफी दिलचस्पी के साथ देखा और बच्चों के साथ फाईव-डी थियेटर की गतिविधियों को भी निहारा। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव विजय नेहरा ने मुख्यमंत्री को इस समूचे केंद्र की जानकारी दी।
इस दौरान शिक्षा और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जीतूभाई वाघाणी तथा सहकारिता एवं जिला प्रभारी मंत्री जगदीशभाई विश्वकर्मा उपस्थित रहे। यह केंद्र विज्ञान के प्रचार-प्रसार, तकनीकी जागरूकता और विज्ञान को लोकप्रिय बनाने के नजरिये से विद्यार्थियों, शिक्षकों और आम जनता के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल बनेगा। इतना ही नहीं, 34 हजार वर्गमीटर क्षेत्र में फैले और लगभग 100 करोड़ रुपए की लागत से तैयार इस क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र को विज्ञान, टेक्नोलॉजी और गणित के क्षेत्र को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है।
विज्ञान केंद्र में स्थित गैलरियों को पाटण जिले की विशिष्टताओं को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। जिसमें लैंड ऑफ डायनासोर गैलरी, हाइड्रोपोनिक्स गैलरी, नोबेल प्राइज गैलरी, केमेस्ट्री ऑप्टिक्स गैलरी और ह्यूमन साइंस गैलरी शामिल है। इसके अलावा, वर्कशॉप, 3-डी थियेटर, विज्ञान की थीम पर आधारित पार्क, वेधशाला, सनडायल और कैफेटेरिया जैसे अन्य आकर्षण भी यहां मौजूद हैं। साथ ही ऑप्टिकल इल्यूजन यानी दृष्टिभ्रम की रोमांचक दुनिया भी ऑप्टिक्स गैलरी में देखने को मिलेगी। यहां इल्यूजन टनल, इनफिनिटी पीट और टिल्टेड रूम विज्ञान प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेंगे।
इस विज्ञान केंद्र को देखने आने वाले विज्ञान प्रेमियों को करोड़ों वर्षों की जीव सृष्टि के इतिहास वाले जुरासिक युग का एहसास होगा। भारत के सबसे ऊंचे 57 फुट ऊंचाई वाले ब्राचियोसोरस डायनासोर की प्रतिकृति भी आगंतुकों का ध्यान आकर्षित करेगी। यह केंद्र पाटण जिले सहित निकटवर्ती जिलों के स्कूल, कॉलेज, आईटीआई और यूनिवर्सिटी में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए विज्ञान संबंधित अभिरुचि बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगा।
इस अवसर पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव विजय नेहरा, जिला कलक्टर एवं जिला विकास अधिकारी सहित अन्य अधिकारी एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के टेक्नोलॉजी को विकसित करने के ध्येयमंत्र को चरितार्थ करते मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शन और प्रयासों से राज्य में विज्ञान और टेक्नोलॉजी के प्रचार एवं प्रसार के लिए राज्य में चार स्थानों पर क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र का निर्माण हो चुका है।

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