भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल (DCGI) ने कोविशिल्ड और कोवैक्सीन के लिए कुछ शर्तों के साथ मार्किट अप्रूवल दे दिया है। जिसके अनुसार निजी अस्पताल और क्लिनिक यह दोनों ही वैक्सीन अब खरीद सकते है। मेडिकल स्टोर्स को अभी वैक्सीन को खरीदने के लिए मार्किट अप्रूवल नही मिला है। लेकिन जिन निजी अस्पतालों और क्लिनिक को यह मंजूरी मिली है उनको ड्रग कंट्रोलर जनरल द्वारा जारी की गयी कुछ शर्तों को मानना पड़ेगा। नियम के अनुसार उन्हें हर 6 महीने में वैक्सीन से जुड़े डेटा को डीसीजीआई को सबमिट करना पड़ेगा इसके अलावा यह डेटा कोविन ऐप पर भी अपलोड करना होगा।
एक दिन पहले ही डीसीजीआई के आधिकारिक सूत्रों से यह जानकारी मिली थी कि कोविशील्ड और कोवैक्सिन को मार्किट अप्रूवल जल्द ही मिलने वाली है लेकिन मूल्य निर्धारण का फैसला आने में अभी थोडा और सने लगेगा। सम्बंधित आधिकारिक विभाग की कोशिश है कि जिस वर्तमान दर से अभी कोरोना की वैक्सीन बिक रही है उससे काम कीमत में यह जनता के लिए उपलब्ध हो। अगर ऐसा होगा तो वैक्सीन की कीमत 150 से 250 रूपये के बीच में रह सकती है।
कोरोनावायरस से बचाव और उसके प्रभाव को कम करने के लिए वैक्सीन बहुत जरुरी है । भारत में भी बड़ी संख्या में लोगों को कोरोना की पहली और दोनों डोज लग चुकी है। कोविशिल्ड और कोवैक्सीन भारत में लगने वाली दो प्रमुख वैक्सीन है। दोनों ही वैक्सीन का इस्तेमाल सरकारी और निजी वैक्सीनेशन सेंटर में किया जा रहा है। भारत ने मदद के तौर पर कुछ वैक्सीन विश्व के अन्य देशों में भी भेजी है।