नई दिल्ली : लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा है कि देश के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के साथ शर्मनाक घटनाएं लगातार हो रही हैं और इन्हें रोकने के लिए सबको मिलकर प्रयास करने की सख्त जरूरत है।
श्री गांधी ने कहा, “पश्चिम बंगाल, यूपी, बिहार के बाद महाराष्ट्र में भी बेटियों के खिलाफ शर्मनाक अपराध सोचने पर मजबूर करते हैं कि हम एक समाज के तौर पर कहां जा रहे हैं। बदलापुर में दो मासूमों के साथ हुए अपराध के बाद उनको इंसाफ दिलाने के लिए पहला कदम तब तक नहीं उठाया गया जब तक जनता ‘न्याय की गुहार’ करते हुए सड़क पर नहीं आ गई।”
उन्होंने कहा “क्या अब एफआईआर तक दर्ज कराने के लिए आंदोलन करने पड़ेंगे। आखिर पीड़ितों के लिए पुलिस थाने तक जाना भी इतना मुश्किल क्यों हो गया है। न्याय दिलाने से अधिक प्रयास अपराध छिपाने के लिए किया जाता है जिसका सबसे बड़ा शिकार महिलाएं और कमज़ोर वर्ग के लोग होते हैं। प्राथमिकी दर्ज नहीं होना न सिर्फ पीड़ितों को हतोत्साहित करता है बल्कि अपराधियों का हौसला भी बढ़ाता है।”
कांग्रेस नेता ने कहा, “सभी सरकारों, नागरिकों और राजनीतिक दलों को गंभीर मंथन करना होगा कि समाज में महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने के लिए क्या कदम उठाए जाएं। न्याय हर नागरिक का अधिकार है, उसे पुलिस और प्रशासन की ‘मर्जी का मोहताज’ नहीं बनाया जा सकता।”
महिलाओं से अपराध रोकने के मिलकर उपाय करना जरूरी : राहुल
