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जिंदल स्टेनलेस का सकल लाभ 30 प्रतिशत घटा

नई दिल्ली : स्टेनलेस स्टील क्षेत्र की देश की सबसे बड़ी कंपनी जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड (जेएसएल) को मार्च में समाप्त चौथी तिमाही में 501 करोड़ रुपये का सकल शुद्ध लाभ हुआ जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 716 करोड़ रुपये के सकल शुद्ध लाभ की तुलना में 30 प्रतिशत कम है।
कंपनी ने निदेशक मंडल की बैठक के बाद यहां जारी वित्तीय लेखाजोखा में कहा कि मार्च में समाप्त वित्त वर्ष में 21,74,610 टन की बिक्री की गयी जो वित्त वर्ष 2023 की तुलना में 23 प्रतिशत अधिक है। उसने कहा कि मार्च 2024 की तिमाही में शुद्ध सकल राजस्व 9454 करोड़ रुपये रहा है जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही के 9765 करोड़ रुपये के राजस्व की तुलना में तीन प्रतिशत कम है।
उसने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में सकल शुद्ध लाभ 2693 करोड़ रुपये रहा है जो इससे पिछले वित्त वर्ष के 2084 करोड़ रुपये की तुलना में 29 प्रतिशत अधिक है। इसी तरह से शुद्ध सकल राजस्व भी वित्त वर्ष 2022-23 के 35697 करोड़ रुपये की तुलना में 8 प्रतिशत बढ़कर मार्च 2024 में समाप्त वित्त वर्ष में 38562 करोड़ रुपये हो गया है।
कंपनी के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2024 के लिए 2 रुपये प्रति शेयर अंतिम लाभांश की अनुशंसा की, जिससे कुल लाभांश भुगतान 3 रुपये यानी 2 रुपये के अंकित मूल्य के साथ प्रति शेयर 150 प्रतिशत हो गया। 31 मार्च, 2024 को शुद्ध ऋण 2,418 करोड़ रुपये रहा, जो पिछली तिमाही की तुलना में 22 प्रतिशत कम है।
कंपनी के प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए प्रबंध निदेशक अभ्युदय जिंदल ने कहा, “पिछला वित्तीय वर्ष उत्साहजनक रहा है। भारत के विकास के मार्ग पर मजबूती से आगे बढ़ते हुए, हम अपने विकास अनुमानों पर खरे उतरे हैं और हाल ही में हमने अपनी विस्तार योजनाओं में एक नया अध्याय जोड़ा है। यह विकास परिचालन दक्षता, डिजिटलीकरण कार्यक्रमों, लोगों को सशक्त बनाने की पहल, बाजार विकास और ग्राहक संतुष्टि रणनीतियों पर खास ध्यान दिए जाने पर आधारित है। हम अपनी नेतृत्व स्थिति बरकरार रखने और सोर्सिंग, प्रक्रियाओं और उत्पादों में स्थिरता सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखते हुए भारतीय बाजार में तेजी बनाए हुए हैं।”
उन्होंने कहा कि गति शक्ति जैसी विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर सरकार के जोर के कारण, स्टेनलेस स्टील की मांग पूरी तिमाही में लगातार बढ़ी है। ऑटोमोबाइल, वैगन, कोच, मेट्रो, पाइप और ट्यूब व अन्य क्षेत्रों में बिक्री काफी अच्छी रही। राठी सुपर स्टील लिमिटेड सुविधा से टीएमटी सरिया के उत्पादन में तेजी आई और कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 में 3,000 टन से अधिक स्टेनलेस स्टील सरिया का उत्पादन किया।

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