अटल टनल के पास फंसे सैलानी
शिमला : हिमाचल प्रदेश इस समय सर्दी की मार झेल रहा है क्योंकि हिमपात और भूस्खलन से लाहौल स्पीति जिले में अराजकता फैल गई है। राज्य के 44 मार्ग अगम्य हो गए हैं और दो महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गए हैं। यह क्षेत्र खुद को कनेक्टिविटी संकट की चपेट में पाता है, समुदायों को अलग-थलग कर रहा है और प्रकृति के निरंतर प्रकोप का सामना करने के लिए आवश्यक लचीलेपन पर जोर दे रहा है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट है कि पूरे क्षेत्र में रुक-रुक कर बारिश और हिमपात हो रहा है, जिससे वाहन यातायात बाधित हो रहा है और स्थानीय लोगों के सामने चुनौतियां बढ़ गई हैं। सेल्फी प्वाइंट, सिस्सू के पास एक लोकप्रिय पारगमन स्थल, खतरनाक फिसलन के कारण केलांग और मनाली की ओर सभी वाहन यातायात के लिए अवरुद्ध है। यात्रा परामर्श यात्रियों से आग्रह करता है कि वे केवल आपात स्थिति में ही बाहर निकलें, फिलहाल यातायात को वैकल्पिक मार्गों से निर्देशित करें।
लाहौल घाटी में जनवरी तरह हिमपात हो रहा है। ऐसे में घाटी में हिमस्खलन का भी खतरा बढ़ गया है। मंगलवार को मनाली-अटल टनल रोहतांग-कोकसर मार्ग हिमस्खलन से बंद हो गया है। फुमड़नाला में पहाड़ी से हिमस्खलन हुआ है।
वहीं, अटल मनाली-केलांग मार्ग भी फोर वाई फोर को छोड़कर अन्य वाहनों के लिए बंद है। मंगलवार को मौसम खुलने के बाद बर्फ से लकदक पूरी घाटी चांदी की तरह चमकी। उधर, हिमपात से लोगों की दुश्वारियां कम नहीं हो रहीं। चंद्राघाटी में सड़कों के साथ दूरसंचार सेवाएं पूरी तरह से ठप हो गई हैं। ताजा बर्फबारी से ग्रांफू-काजा, रोहतांग दर्रा व मनाली-लेह मार्ग को खोलने का काम भी प्रभावित हो गया है। अटल टनल से सोलंगनाला तक बर्फ में फंसे 4,000 पर्यटकों को मनाली पुलिस ने सुरक्षित मनाली की तरफ निकाला। रात लगभग तक बचाव अभियान चला। पुलिस की ओर से एक हजार से अधिक वाहनों को मनाली पहुंचाया गया।
फिर भी, हिमपात के कारण लोसर से ग्रांफू और दारचा से शिंकुला तक के मार्ग बंद होने से क्षेत्र के सामने चुनौतियां बढ़ गई हैं। उत्तर और दक्षिण दोनों पोर्टल, कनेक्टिविटी के महत्वपूर्ण माध्यम, हिमपात से जूझ रहे हैं, जिससे स्पीति के बीहड़ इलाके में समुदाय और भी अलग-थलग हो गए हैं। ऐसी प्रतिकूल स्थिति के सामने, राष्ट्रीय राजमार्ग 505 और 03 का बंद होना प्रकृति की सनक के प्रति दूरदराज के क्षेत्रों की संवेदनशीलता की कठोर याद दिलाता है।
विकट चुनौतियों के बावजूद, स्पीति के लोगों की अदम्य भावना चमकती है क्योंकि समुदाय तूफान का सामना करने के लिए एकजुट होते हैं। स्थानीय अधिकारी सड़कों को साफ करने और कनेक्टिविटी बहाल करने के लिए अथक प्रयास करते हैं, यह जानते हुए कि प्रत्येक दोबारा खोला गया मार्ग दुनिया के इस सुदूर कोने में फंसे लोगों के लिए आशा और राहत लाता है।
हाईवे पर वाहनों की रफ्तार थमने से नौकरीपेशा लोगों, स्कूली बच्चों और दिहाड़ी लगाने के लिए जिला मुख्यालय का रुख करने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं चुराह उपमंडल के गांव मंगली निवासी हेमराज की पत्नी भेड़-बकरियों को चराने के लिए गांव से दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित नाले में गई थी। लेकिन, मूसलाधार बारिश के बाद से लेकर अब तक उसका कोई भी सुराग नहीं चल पाया है। परिवार के सदस्य सोमवार मध्यरात्रि तक महिला को तलाशने में जुटे रहे।
वहीं, मंगलवार को एसडीएम चुराह, तहसीलदार चुराह भी मौके पर पहुंचे और महिला की तलाश में चलाए गए सर्च ऑपरेशन को ओर तेज करने की बात कही। एसडीएम चुराह शशि पाल शर्मा ने बताया कि मंगली गांव की एक महिला मूसलाधार बारिश के बाद से लापता है। महिला की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से मंगलवार को भी कुछ स्थानों पर मौसम खराब रहने का अनुमान जताया गया है। शिमला में भी धूप खिलने के साथ हल्के बादल छाए हुए हैं। 1 मई को भी कुछ भागों में बारिश की संभावना है। आगामी दो और तीन मई को पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहने के आसार हैं। वहीं तीन मई की रात को एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है। इसके प्रभाव से चार से छह मई तक कई भागों में बारिश होने का पूर्वानुमान है। चोटियों पर हल्का हिमपात हो सकता है।
शिमला में न्यूनतम तापमान 10.0, सुंदरनगर 10.0, भुंतर 7.2, कल्पा 1.0, धर्मशाला 12.0, ऊना 12.8, नाहन 17.2 , केलांग -0.9, पालमपुर 10.0, सोलन 10.6, मनाली 1.1, कांगड़ा 11.6, मंडी 9.7, बिलासपुर 12.9, हमीरपुर 12.4, चंबा 10.6, डलहौजी 7.2, जुब्बड़हट्टी 13.0, कुफरी 8.8, कुकुमसेरी -1.2, नारकंडा 5.4, भरमौर 5.6, रिकांगपिओ 5.4, धौलाकुआं 16.4, बरठीं 11.6, समदो 3.7, कसौली 14.3, पांवटा साहिब 21.0, सराहन 7.5, देहरागोपीपुर में 15.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।