नई दिल्ली : ओम बिरला ने कहा कि हम सुरक्षित हैं क्योंकि हमारे सैनिक हमारी रक्षा कर रहे हैं। करगिल में हजारों सैनिक शहीद हो गए। उन्होंने इस देश को बचाया। अब आपको यह देश बनाना है। आप इस देश का भविष्य हैं। कल के डॉक्टर और इंजीनियर हैं। सैनिकों की तरह देश के लिए जीने और इसे आगे ले जाने का संकल्प लें।
श्री बिरला ने वीडियो संदेश के माध्यम से यह बात रविवार को नयी दिल्ली के इंदिरा गांधी एरिना में करगिल विजय की रजत जयंती के तहत आयोजित ‘एलन शौर्य वंदन’ कार्यक्रम में कही।इस समारोह में मेडिकल व इंजीनियरिंग परीक्षा की तैयारी करने वाले 15 हजार से अधिक स्टूडेंट्स शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि संस्कारों के बिना जीवन अधूरा है। शिक्षा के साथ संस्कार मिलते हैं तो जीवन में पूर्णता आती है। एलन में शिक्षा के साथ संस्कारों को प्राथमिकता दी जाती है। यही कारण है कि आज करगिल शहीदों को श्रद्धांजलि देने और उनके परिजनों का अभिनन्दन करने के लिए इतनी बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स शामिल हुए हैं। शहीदों और सैनिकों के जीवन से अनुशासन और देश के लिए जीने की सीख लेनी चाहिए।
इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि रहे रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने कहा कि विद्यार्थियों को देश के युद्धों का इतिहास जानना चाहिए, सेना के शौर्य के बारे में पढ़ना चाहिए तथा उनके बलिदान से सबक लेना चाहिए। सेना से अनुशासन, संकल्प, हौसला और बलिदान होने की हिम्मत सीखें। सैनिकों का जीवन एक सीख होती है, कैसे वे अपने परिवारों से हजारों किलोमीटर दूर रहकर देश की सेवा में समर्पित होते हैं।
कार्यक्रम में परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर ऑनरेरी कैप्टन योगेन्द्र सिंह यादव ने कहा कि एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट की ओर से शहीदों के परिजनों का यह सम्मान देश का सम्मान है, जिस तरह एक योद्धा देश के लिए लड़ता है ठीक उसी तरह एक विद्यार्थी को भी देश को आगे ले जाने के लिए संकल्पित रहना चाहिए। पढ़ाई में भी टारगेट लेकर उसकी प्राप्ति के लिए पूरे प्रयास होने चाहिए।
एलन निदेशक डॉ.नवीन माहेश्वरी ने कहा कि हम शिक्षा के साथ संस्कार देने में विश्वास रखते हैं। करगिल विजय के 25 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर शौर्य वंदन श्रृंखला की शुरुआत की। अब तक दिल्ली सहित राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा, जम्मू, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, ओडिशा, आसाम, पश्चिम बंगाल में शौर्य वंदन कार्यक्रम हो चुके हैं, जहां 280 करगिल शहीदों के परिजनों का सम्मान किया जा चुका है।
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट प्राइवेट लिमिटेड की ओर से दिल्ली में आयोजित शौर्य वंदन में करगिल युद्ध में दिल्ली और आस-पास 32 शहीदों के परिजनों का सम्मान किया गया। इस दौरान शहीदों के परिजनों ने भी अपने अनुभव साझा किए। इस दौरान कई बार ऐसे क्षण भी आए जब हर किसी के आंख में आंसू आ गए। कार्यक्रम में शामिल विद्यार्थियों ने खड़े होकर शहीदों के सम्मान में तालियां बजाई और परिजनों को सेल्युट किया।
कार्यक्रम में परमवीर चक्र विजेता योगेन्द्र यादव, एलन निदेशक डॉ. गोविन्द माहेश्वरी, राजेश माहेश्वरी, डॉ. नवीन माहेश्वरी, डॉ. बृजेश माहेश्वरी एवं सीईओ नितिन कुकरेजा ने शहीदों के परिजनों का सम्मानित किया। जोनल हेड व वाइस प्रसीडेंट अमित मोहन अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में सोनीपत, रोहतक, नूह, भिवानी, मेरठ, नोएडा, आगरा, हाथरस, बुलंदशहर, मथुरा, गाजियाबाद शहीद अनुज नायर, अरविंदर सिंह, चमन सिंह, धर्मबीर सिंह, हसन मोहम्मद, हसन अली खान, जितेन्द्र सिंह, जितेन्द्र सिंह चौहान, मनोज तलवार, मोहन सिंह राजपूत, ओमप्रकाश, पदम सिंह, राज सिंह, राजेन्द्र सिंह गाजियाबाद, राजेन्द्र सिंह मेरठ, रामवीर सिंह, रविकरण सिंह, रिषिपाल सिंह, सतीश कुमार, सतपाल सिंह, सत्यवीर सिंह, श्यामबीर सिंह, सोरन सिंह, सुरेन्द्र सिंह, विजयंत थापर, यशवीर सिंह, योगेन्द्र सिंह यादव, जुबैर अहमद, सुरेन्दर, अहमद, बलवान सिंह और भीम सिंह के परिजनों का सम्मान किया गया।