नई दिल्ली, केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने दिल्ली के तीनों नगर निगमों के फिर से एकीकरण से संबंधित विधेयक को आज मंजूरी दे दी और इसके संसद में पारित होने के बाद राजधानी में दक्षिणी , उत्तरी और पूर्वी तीनों निगमों का विलय कर पहले की तरह एक ही नगर निगम होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को पारित किया गया।
सरकार के सूत्रों ने बताया कि मंत्रिमंडल ने दिल्ली नगर निगम संशोधन अधिनियम 2022 को मंजूरी दे दी है। इस विधेयक को मौजूदा सत्र में अगले सप्ताह ही संसद में पेश किया जायेगा।
केन्द्र सरकार ने यह कदम दिल्ली नगर निगम चुनाव से ठीक पहले उठाया है जिसे लेकर दिल्ली में सत्तारूढ आम आदमी पार्टी और केन्द्र में सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी के बीच इस मुद्दे पर टकराव बढ गया है। आम आदमी पार्टी ने इस मुद्दे पर न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है।
दिल्ली नगर निगम के चुनाव अप्रैल में होने थे और राज्य चुनाव आयोग ने इसकी तिथियों की घोषणा करने के लिए संवाददाता सम्मेलन भी बुलाया था। बाद में राज्य चुनाव आयोग ने जानकारी दी कि केन्द्र सरकार की ओर से तीनों निगमों के एकीकरण के संबंध में जानकारी मिली है इसलिए अभी चुनाव की तारीख की घोषणा नहीं की जा रही है।
दिल्ली में श्रीमती शीला दीक्षित के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के दौरान 2012 में दिल्ली नगर निगम को तीन निगमों में विभाजित कर दक्षिणी, उत्तरी और पूर्वी दिल्ली नगर निगम का गठन किया गया था। बाद में संसद ने राजधानी में तीन नगर निगम बनाने से संबंधित विधेयक को 2012 में ही पारित किया था।