जगदलपुर : छत्तीसगढ के नारायणपुर पुलिस के प्रयास व शासन की नीतियों से प्रभावित होकर प्रतिबंधित माओवादी संगठन के स्वयंभू टीम कमांडर व उसकी पत्नी ने शुक्रवार को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। दोनों पर पांच लाख का इनाम घोषित था।
बताया जाता है कि आत्मसमर्पण करने वाले कुतुल एरिया कमेटी अन्तर्गत सप्लाई टीम कमाण्डर के पद पर 13 वर्ष से कार्यरत नक्सली सोनवा उर्फ डोसेल सलाम एवं कोडलियार जनताना सरकार स्कूल विभाग सदस्या के पद पर नौ वर्ष से कार्यरत महिला नक्सली आरती सलाम दोनों (पति-पत्नि) के द्वारा पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार के समक्ष बिना हथियार के आज आत्मसमर्पण किया गया।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को शासन की नक्सल उन्मूलन नीति के तहत 25-25 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि का चेक प्रदान किया गया हैं। दोनों ने आरोप लगाया कि नक्सलियों द्वारा क्षेत्र के युवा-युवतियों को शासन-प्रशासन के विरूद्ध भड़का कर, जल- जंगल-जमीन के नाम से भोले-भाले आदिवासियों को बहकाकर एवं संगठन में नहीं जुडऩे पर गांव से भगाने की धमकी देकर जबरन संगठन में शामिल कर अपनी खोखली विचारधारा के साथ लोगों का शोषण किया जाता रहा है।
नारायणपुर पुलिस ने माओवादी की खोखली विचारधारा से ग्रामीणों को मुक्त कराने तथा क्षेत्र में विकास कराने के उद्देश्य से विशेष अभियान के अन्तर्गत क्षेत्र में सघन नक्सल विरोधी अभियान संचालित कर रही है।
पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने नक्सल संगठन से जुड़े लोकल कैडरों से अपील की कि वे भय मुक्त होकर आत्मसमर्पण कर शासन की पुर्नवास योजना का लाभ उठाएं।