जम्मू : अमित शाह ने रविवार को कहा कि आतंकवाद के पूरी तरह खत्म होने तक पाकिस्तान से कोई बातचीत नहीं होगी। श्री शाह ने जम्मू-कश्मीर चुनाव के 25 सितंबर को होने वाले दूसरे चरण के लिए पार्टी उम्मीदवार रविंदर रैना के समर्थन में नौशेरा निर्वाचन क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “आतंकवाद पूरी तरह खत्म होने तक पाकिस्तान से बातचीत की कोई संभावना नहीं है।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने सीमा पर सुरक्षा और शांति सुनिश्चित की है।
उन्होंने कहा, “सीमावर्ती क्षेत्रों में बंकरों की कोई जरूरत नहीं है और अगर पाकिस्तान ने एक भी गोली चलाने की हिम्मत की, तो हम उसे मुंहतोड़ जवाब देंगे।”
श्री शाह ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को उनके अधिकारों से वंचित करने और क्षेत्र में अशांति पैदा करने के लिए पिछली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी), नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) और कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकारों की आलोचना की।
गृह मंत्री ने कहा, “ये तीनों राजनीतिक दल जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को वापस लाने के लिए नियंत्रण रेखा के पार से व्यापार बहाल करने की वकालत कर रहे हैं, लेकिन हम ऐसा कभी नहीं होने देंगे।”
श्री शाह ने कहा कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने से जम्मू-कश्मीर में शांति, विकास और प्रगति का एक नया युग शुरू हुआ है। उन्होंने कहा, “अनुच्छेद 370 के निरस्त होने से क्षेत्र में आतंकवाद समाप्त हो गया है और फारूक अब्दुल्ला जैसे नेता इसे वापस लाना चाहते हैं, लेकिन मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि अब कोई भी शक्ति अनुच्छेद 370 को जम्मू-कश्मीर में वापस नहीं ला सकती।”
उन्होंने लोगों से जम्मू-कश्मीर के लिए शांति, प्रगति और समृद्धि की नयी सुबह का वादा करते हुए आगामी चुनावों में भाजपा उम्मीदवारों को वोट देने का आग्रह किया। श्री शाह ने जम्मू-कश्मीर के लिए भाजपा के विकास के दृष्टिकोण पर प्रकाश डालते हुए पार्टी की जीत का विश्वास व्यक्त किया। उन्होंने विधानसभा चुनावों के पहले चरण के मतदान के सफल समापन के लिए जम्मू-कश्मीर के लोगों को बधाई दी।