रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध का असर व्यापारिक गतिविधियों एवं आर्थिक क्षेत्रों पर भी पड़ रहा रहा है. अन्तराष्ट्रीय बाजार में इस समय कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि दर्ज की गई है. इस वृद्धि के कारण यह आशंका जताई गई है कि भारत में भी इसका असर जल्द ही देखने को मिल सकता है. भारत में अभी पेट्रोल और कच्चे तेल की कीमतों में कुछ समय से बदलाव नही आया है लेकिन चुनाव ख़त्म होने तक इन कीमतों के बढ़ने की संभावना है.
रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण इस समय यूरोपीय भौगोलिक क्षेत्र संकट में है. पश्चिमी देशों और रूस के बीच आरोप प्रत्यारोप जारी है. कई देशों ने रूस की यूक्रेन पर कार्यवाही के बाद कड़े प्रतिबन्ध लगा दिए है. अन्तराष्ट्रीय बाजार में भी कच्चे तेल की कीमत लगातार बढ़ी है. ताजा जानकारी के अनुसार आज वैश्विक मानक ब्रेंट क्रूड की कीमत में 107 डॉलर प्रति बैरल की वृद्धि हुई है. अमेरिका समेत कई पश्चिमी देशों में तो इसका असर दिखना शुरू हो गया है और पेट्रोल की कीमतों में रिकॉर्ड वृद्धि देखने को मिली है.
भारत की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत अभी लगभग 95.40 रूपये प्रति लीटर है और डीजल की कीमत 86.67 रूपये प्रति लीटर है लेकिन आने वाले समय में भारत में भी कीमत बढ़ने की संभावना है.