गांधीनगर : भूपेंद्र पटेल ने स्टार्टअप कॉन्क्लेव-2023 प्री- वाइब्रेंट इवेंट का गुरुवार को यहां शुभारंभ किया। पटेल ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के प्रतिभा पूल के सामर्थ्य को प्रोत्साहन देकर विकसित भारतएट-2047 के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए स्टार्टअप इनोवेशन-नवाचार को प्राथमिकता दी है। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्टार्टअप, स्किल और खेल अथार्त ‘थ्री-एस(3एस)’ की अवधारणा के साथ वैश्विक प्रतिस्पर्धा में युवाओं को प्रमुखता दी है।
मुख्यमंत्री ने आज गांधीनगर के एग्जिबिशन सेंटर में आयोजित स्टार्टअप कॉन्क्लेव-2023 के शुभारंभ अवसर पर संबोधित किया। जहां राज्य सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट-2024 के प्री-इवेंट के रूप में इस स्टार्टअप कॉन्क्लेव-2023 का आयोजन किया गया है। यह कॉन्क्लेव गुजरात को देश और विदेश से जोड़ने वाले एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के इवेंट के रूप में स्टार्टअप निवेशकों और एंजेल नेटवर्क के विचारों और अवसरों के आदान-प्रदान के लिए एक सक्षम प्लेटफार्म के रूप में आयोजित किया जा रहा है।
उन्होंने इस कॉन्क्लेव में सहभागी हुए युवा और उत्साही स्टार्टअप्स को प्रेरणा देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने युवाओं को पारंपरिक पद्धति के ज्ञान-कौशल्य से आगे बढकर समयानुकूल ग्लोबल प्रैक्टिस नॉलेज तथा नवाचारों का वास्तविक रूप देने के लिए समय से दो कदम आगे का विचार किया है। इसके लिए प्रधानमंत्री ने 2016 में स्टार्टअप इंडिया कार्यक्रम शुरू कराया है। उन्होंने कहा कि इस स्टार्ट अप इंडिया की सफलता के बाद उनके नेतृत्व में भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बना है। इस उपलब्धि के पीछे उनकी देश के युवाओं के सामर्थ्य को ग्लोबल प्लेटफार्म उपलब्ध कराने की गारंटी है। उन्होंने यह भी कहा कि नये भारत के निर्माण के लिये युवाओं के लिए योजनाएं लागू करने और सफल प्रयास करने में गुजरात अग्रणी रहा है।
प्रधानमंत्री के दिशादर्शन में गुजरात ने 2016 में स्टार्टअप पॉलिसी लागू की थी। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस पॉलिसी की भूमिका बताते हुए कहा कि स्टूडेंट स्टार्टअप एवं इनोवेशन पॉलिसी की सफलता के बाद एसएसआईपी 2.0 से 500 करोड़ रुपए के प्रावधान के साथ, राज्य सरकार ने राज्य के युवा छात्रों के नवाचार – इनोवेशन को इंडस्ट्री में बदलने के लिए आवश्यक इन्फ्रास्ट्रक्चर और मिकेनिजम प्रदान किया है तथा सर्वग्राही स्टार्टअप इकोसिस्टम विकसित किया है। उन्होंने गर्व के साथ कहा गुजरात इन सकारात्मक प्रयासों के परिणामस्वरूप लगातार तीन बार स्टार्टअप रैंकिंग में बेस्ट परफ़ॉर्मर स्टेट बना है।
मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि प्री-वाइब्रेंट इवेंट के रूप में यह स्टार्टअप कॉन्क्लेव गुजरात और देश के युवा स्टार्टअप को दुनिया के साथ जोड़ने और इनोवेटिव विचारों और ज्ञान को साझा करने का उत्तम माध्यम बनेगा। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा से गुजरात के व्यापार उद्योग के इकोसिस्टम को ग्लोबल मैप पर चमकाने के उद्देश्य के साथ 2003 में वाइब्रेंट समिट की नवीन इनोवेटिव शुरुआत आज एक वट वृक्ष के रूप में विकसित हो चुकी है।
वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट का 10वां संस्करण जनवरी-2024 में ‘गेटवे टू द फ्यूचर’ थीम के साथ सेमीकंडक्टर, ग्रीन हाइड्रोजन, ई-मोबिलिटी जैसे नए उभरते क्षेत्रों पर केंद्रित होगा। उन्होंने कहा कि वाइब्रेंट समिट का यह प्री-इवेंट कॉन्क्लेव इस उभरते क्षेत्र में युवा स्टार्टअप को प्रेरित करने के लिए भी उपयुक्त बनेगा।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री द्वारा दिये गये विचार मंत्र ‘यही समय है, सही समय है, भारत का अनमोल समय है’ का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने युवा शक्ति से प्रेरक आह्वान करते हुए कहा कि इस अनमोल समय अथार्त अमृतकाल में इनोवेशन द्वारा स्टार्टअप इकोसिस्टम को अधिक सुगठित कर विकसित भारत-उन्नत भारत का निर्माण करें। उन्होंने गुरुवार को गांधीनगर स्थित हेलीपैड ग्राउंड में ‘स्टार्टअप कॉन्क्लेव-2023’ का शुभारंभ कराया। इस अवसर पर केन्द्रीय राज्य मंत्री राजीव चन्द्रशेखर और गुजरात के उच्च शिक्षा मंत्री ऋषिकेश पटेल उपस्थित रहे।