ओडिशा : बीजू जनता दल के अध्यक्ष एवं ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने केंद्र सरकार से ओडिशा की पहचान संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) कलिंगा पुरस्कार को जारी रखने की गुजारिश की है।
श्री पटनायक ने इस संबंध में केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जितेंद्र सिंह को चिट्ठी लिखी है। डॉ. सिंह को लिखे पत्र में उन्होंने कहा, “यूनेस्को कलिंगा पुरस्कार एक अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार है। इसकी शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत बीजू पटनायक ने की थी और यह पुरस्कार 1952 से दिया जा रहा है। अभी तक इस पुरस्कार से 72 महान हस्तियों को सम्मानित किया जा चुका है, जिसमें से सात लोग नोबेल पुरस्कार से सम्मानित, लुईस डी ब्रॉग्ली, जूलियन हक्सले, बर्ट्रांड रसेल, कार्ल ऑल फ्रिच, आर्थर सी.क्लार्क, फ्रेड हॉयल और सर्जेई कैपिट्जा शामिल हैं। ”
उन्होंने कहा कि इस पुरस्कार के तहत 1951 में स्थापित कलिंगा फाउंडेशन ट्रस्ट के माध्यम से विजेताओं को एक हजार पाउंड की राशि दी जाती है। श्री बीजू पटनायक इस ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष थे। उन्होंने कहा, “ इस पुरस्कार के 50 साल पूरा होने पर वर्ष 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहार वाजपेयी ने फैसला किया था कि इसके संचालन में केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, ओडिशा सरकार तथा कलिंगा फाउंडेशन ट्रस्ट इसे संयुक्त भूमिका निभायेंगे और पुरस्कार राशि में सहयोग करेंगे। ”
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जानकारी मिली है कि केंद्र सरकार ने इस पुरस्कार को बंद करने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा, “ कलिंगा पुरस्कार सिर्फ ओडिशा के गौरव का प्रतीक ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर स्वतंत्र भारत की पहचान दिलाई है। ”