कोलकाता : पश्चिम बंगाल पुलिस ने आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष और शहर के पुलिस आयुक्त विनीत गाेयल से केन्द्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) की हिरासत में पूछताछ की मांग करने पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य सुखेंदु शेखर रॉय को रविवार को तलब किया।
प्रसिद्ध वकील रॉय ने आरजी कार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक प्रशिक्षु डॉक्टर से कथित दुष्कर्म और हत्या से जुड़े घटनाक्रम के संबंध में सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर यह मांग उठाई थी। इस घटना के विरोध पूरे भारत में लोगों, विशेष रूप से चिकित्सा बिरादरी में गुस्सा है और लोग सड़कों पर उतर रहे हैं।
श्री राॅय ने सोशल मीडिया पर पोस्ट में कहा, “सीबीआई को निष्पक्ष रूप से काम करना चाहिए। पूर्व प्राचार्य और पुलिस पुलिस आयुक्त से हिरासत में पूछताछ जरूरी है ताकि पता चल सके कि किसने और क्यों आत्महत्या की कहानी गढ़ी।”
उन्होंने सवाल किया कि हॉल की दीवार क्यों गिराई गई, और यह भी जानना चाहा कि किसके संरक्षण में गिरफ्तार आरोपी संजय रॉय इतना शक्तिशाली बन गया। तीन दिन बाद खोजी कुत्ते का इस्तेमाल क्यों किया गया। ऐसे 100 सवाल हैं। उन्हें बोलने दीजिए।”
इस बीच, ऐसी खबरें हैं कि पुलिस ने अपराह्न तक श्री रॉय को शहर के पुलिस मुख्यालय लालबाजार में तलब किया।गौरतलब है कि श्री रॉय ने 31 वर्षीय स्नातकोत्तर प्रशिक्षु चिकित्सक से कथित दुष्कर्म और हत्या के खिलाफ बुधवार-गुरुवार की मध्यरात्रि में सामूहिक विरोध प्रदर्शन में भाग लिया था।
श्री रॉय ने उस समय कहा था कि वह इस आंदोलन में शामिल होना चाहते हैं, क्योंकि लाखों बंगाली परिवारों की तरह मेरी भी एक पुत्री और छोटी पोती है। इससे पहले तृणमूल नेता एवं राज्यसभा के पूर्व सदस्य शांतनु सेन ने श्री घोष से सीबीआई हिरासत में पूछताछ की मांग की थी, जिसके बाद पार्टी ने उन्हें अपने राष्ट्रीय प्रवक्ताओं की सूची से हटा दिया था। तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने हालांकि सांसद के बयान का कड़ा विरोध किया है और कहा, “आज, सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने एक्स पर कहा है कि पुलिस आयुक्त (कोलकाता के) से हिरासत में पूछताछ होनी चाहिए। हम इस मांग का विरोध करते हैं, क्योंकि श्री गोयल ने 12 घंटे के भीतर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा पूछताछ जारी है।” उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री ने तीन से चार दिन और मांगे थे और सफलता मिलने की संभावना थी। लेकिन अब मामला सीबीआई के पास है और मुख्यंत्री को इस पर कोई आपत्ति नहीं है।”
श्री घोष ने पुलिस आयुक्त की “गिरफ्तारी” की श्री रॉय की मांग को “अतार्किक” करार दिया। उन्होंने कहा, “हम इस मांग की निंदा करते हैं। उन्हें एक्स पर यह पोस्ट नहीं करना चाहिए था।”
उधर, श्री रॉय की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने दावा किया कि उनकी पार्टी ने लगातार पुलिस आयुक्त और आरजी कार अस्पताल के पूर्व प्रमुख से हिरासत में पूछताछ की मांग की है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता सुजान चक्रवर्ती ने श्री घोष और पुलिस प्रमुख से हिरासत में पूछताछ के संबंध में श्री रॉय की मांग का स्वागत किया है।