जालंधर : बिजली मंत्रालय द्वारा डिस्कॉम की उपभोक्ता सेवा रेटिंग के तीसरे संस्करण में पंजाब और हरियाणा बिजली उपयोगिताओं को बी प्लस ग्रेड दिया गया है। पीएसपीसीएल 31वें स्थान पर है, जबकि डीएचबीवीएन और यूएचबीवीएन 19वें और 20वें स्थान पर हैं। वर्ष 2022-23 के लिये मूल्यांकन की गये सभी डिस्कॉम का औसत ग्रेड बी प्लस है। केंद्रीय ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री, आर.के. सिंह ने आज डिस्कॉम की उपभोक्ता सेवा रेटिंग का तीसरा संस्करण जारी किया, जिसमें वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिये डिस्कॉम के प्रदर्शन को शामिल किया गया है।
रिपोर्ट विभिन्न डिस्कॉम में उपभोक्ता सेवाओं की वर्तमान स्थिति को दर्शाती है। बिजली मंत्रालय ने डिस्कॉम के प्रदर्शन का विश्लेषण करने के लिए डिस्कॉम की उपभोक्ता सेवा रेटिंग के तीसरे संस्करण के लिये आरईसी को काम सौंपा था। आरईसी ने वर्ष 2022-23 के लिए 62 डिस्कॉम और बिजली विभागों का आकलन किया और इसमें 52 राज्य डिस्कॉम और 10 निजी कंपनियां शामिल थीं।
ऑल इंडिया इंजीनियर एसोसिएशन के प्रवक्ता वी के गुप्ता ने आज बताया कि डिस्कॉम का मूल्यांकन चार मापदंडों, परिचालन विश्वसनीयता (45 अंक), मीटरिंग और बिलिंग (35 अंक), दोष मरम्मत और शिकायत निवारण (10 अंक), और कनेक्शन और अन्य सेवाओं (10 अंक) के आधार पर किया गया था। इन चार मापदंडों के अलावा कुल सात ग्रेडों में उन्हें रेटिंग देने के लिए 23 उप-पैरामीटर का उपयोग किया गया था।
मूल्यांकन की गई 62 डिस्कॉम में से, उत्तर प्रदेश की नोएडा पावर कंपनी लिमिटेड (एनपीसीएल), दिल्ली की तीन कंपनियां बीएसईएस राजधानी पावर लिमिटेड (बीआरपीएल), बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड (बीवाईपीएल), और टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) ने ए- प्लस ग्रेड हासिल किया है।
आंध्र प्रदेश (तीन उपयोगिताएं), मणिपुर, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और तेलंगाना (दो उपयोगितायें) की आठ कंपनियों को ए ग्रेड मिला। गुजरात (तीन उपयोगिताएं), कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, हरियाणा (दो उपयोगितायें), पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, गोवा, बिहार, राजस्थान की 23 डिस्कॉम को बी प्लस ग्रेड मिला।
चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, गुजरात, राजस्थान (दो उपयोगिताये), त्रिपुरा, बिहार, महाराष्ट्र (दो उपयोगितायें), अंडमान निकोबार, उत्तर प्रदेश, पुड्डुचेरी, ओडिशा से नौ कंपनियां, लद्दाख को बी ग्रेड मिला। हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, सिक्किम और मिजोरम की कंपनियों को सी प्लस ग्रेड, जम्मू और कश्मीर , झारखंड और अरुणाचल प्रदेश की तीन कंपनियों को सी ग्रेड और जे एंड के की एक कंपनी को डी ग्रेड मिला है।