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नाहन में बारिश का कहर, कोलर में आठ को किया रेस्क्यू, फटा बादल

नाहन : हिमाचल प्रदेश के सिरमौर के नाहन विकास खंड में शनिवार रात की मूसलाधार बारिश ने जमकर कहर बरपाया है। सलाणी कटोला के पंचायत के पूर्व उपप्रधान पंकज की 12 बीघा धान की फसल जलमग्न हो गई। फसल को तबाह होते देख उनकी आंखों में आंसू आ गए।
सलाणी नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद स्थानीय युवाओं ने सराहनीय कार्य किया। संदीप, हर्ष नीरज व चुन्नू ने जल स्तर बढ़ते ही मोर्चा संभाल लिया ताकि सलाणी पूल पर भारी वाहनों को संचालित किया जा सके। बनकला पंचायत में मारकंडा नदी के किनारे हाल ही में निर्मित हनुमान मंदिर में देखते देखते जल समाधि ले ली। इलाके में फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। ढिमकी मंदिर में स्वामी जी सहित कुल पांच लोग मौजूद थे, लेकिन मंदिर सुरक्षित रहा।
नाहन विधानसभा के कोलर के निकट जल मूसा खाले के दूसरी ओर फंसे गुजर समुदाय को जेसीबी की मदद से रेस्क्यू किया गया। मुख्यालय नाहन के पास शमशेरपुर कैंट में आरिफ बेग का पूरा घर ढहने की कगार पर पहुंच गया है, इसके बाद प्रशासन ने परिवार के पांच सदस्यों को सुरक्षित स्थान पर भेजा है। नाहन शहर के अमरपुर मोहल्ले में दिनेश गुप्ता के घर में बारिश का पानी घुसने से काफी परेशानी हुई है।
हिमाचल के नाहन विकास खंड के मातर गांव में बादल फटने जैसी घटना हुई है। ग्रामीणों के अनुसार, करीब पांच दर्जन विशालकाय वृक्ष धराशायी हो गए हैं। हालांकि, करीब आधा दर्जन घर बाल-बाल बच गए, लेकिन बारिश जारी रहने की स्थिति में ये घर जमींदोज हो सकते हैं। दरअसल, यह गांव जिला मुख्यालय नाहन से लगभग 15-20 किलोमीटर दूर होगा, लेकिन यहां के बाशिंदे एक अलग-थलग जीवन यापन करते हैं। यहां की भौगोलिक परिस्थिति ऐसी है कि मामूली बारिश में भी पत्थर गिरने से संपर्क मार्ग अवरुद्ध हो जाता है।
ग्रामीणों के मुताबिक, मूसलाधार बारिश से लोगों में दहशत थी। पिछले साल भी इसी जगह लैंडस्लाइड हुआ था। ग्रामीणों ने बताया कि करीब पांच घर अपने स्तर पर खाली करवा लिए गए और गांव में ही प्रभावितों को रहने की जगह दी गई है। उन्होंने फोन पर बताया कि दोपहर तक कोई भी टीम मौके पर नहीं पहुंची थी। उनका कहना था कि समय रहते ही जेसीबी के पहुंचने की स्थिति में करीब आधा दर्जन घरों को ढहने से बचाया जा सकता है।
उधर, उपायुक्त सुमित खिमटा ने बताया कि फिलहाल जानी नुकसान की सूचना नहीं है। उन्होंने कहा कि जल्द ही नुकसान का जायजा लेने के लिए टीम को मातर गांव भेजा जाएगा।
एसडीएम सलीम आजम ने बताया कि कोलार के निकट आठ लोगों को रेस्क्यू किया गया है। इसके अलावा शमशेरपुर कैंट में एक घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। उन्होंने बताया कि बारिश के नुकसान का आकलन किया जा रहा है।

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