लखनऊ : गोरखपुर में निजी क्षेत्र के पहले विश्वविद्यालय महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय आरोग्यधाम के मेडिकल कॉलेज (श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर) को नेशनल मेडिकल कमीशन से अब एमबीबीएस पाठ्यक्रम के लिए 100 सीटों की मान्यता मिल गई है।
इसके पहले नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने 50 सीटों की मान्यता दी थी और नीट स्टेट कोटा काउंसिलिंग में अब तक इन सभी सीटों पर प्रवेश हो चुका है। श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की अपील पर जांचोपरांत एनएमसी ने अब एमबीबीएस की मान्यता बढ़ाकर 100 सीटों के लिए कर दी है।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. (डॉ.) अरविंद कुशवाहा ने बताया कि जल्द ही बढ़ी 50 सीटों पर भी प्रवेश प्रक्रिया नीट काउंसिलिंग से शुरू हो जाएगी।
महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय द्वारा की गई अपील के परीक्षण में एनएमसी ने पाया कि 100 एमबीबीएस सीटों के लिए जरूरी 420 बेड के हॉस्पिटल के सापेक्ष 450 बेड का हॉस्पिटल क्रियाशील है। साथ ही अन्य सभी आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर, फैकल्टी भी मानक के अनुरूप हैं। इसे देखते हुए 30 सितंबर को अपील को इस आदेश के साथ के साथ निस्तारित किया गया कि श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर को सत्र 2024-25 के लिए एमबीबीएस की 100 सीटों पर मान्यता प्रदान की जाती है।
महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय को एमबीबीएस कोर्स संचालन को लेकर यह बड़ी उपलब्धि विश्वविद्यालय स्थापना के मात्र तीन साल में हासिल हुई है। नर्सिंग, पैरामेडिकल, फार्मेसी के तमाम रोजगारपरक पाठ्यक्रमों के साथ ही यहां गुरु श्री गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के अंतर्गत 2021 से ही बीएएमएस का पाठ्यक्रम संचालित है।