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सैनिकों के प्रति सम्मान भावना हमारा नैतिक दायित्व

भोपाल : मंगुभाई पटेल ने कहा है कि सैनिकों के प्रति सम्मान की भावना हम सबका नैतिक दायित्व है। इससे सीमा पर तैनात सैनिकों में आत्मविश्वास एवं नई ऊर्जा का संचार होता है। यह सम्मान उनके परिजनों को भी मानसिक और भावनात्मक संबल देता है।
श्री पटेल ने राजभवन में आयोजित समामेलित विशेष निधि (एएसएफ) के लिए विशेष सहयोग करने वालों के लिए सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर राज्यपाल द्वारा सैनिक कल्याण के लिए एक लाख रुपए से अधिक राशि का सहयोग देने वाले 24 व्यक्तिगत और संस्थागत सहयोगकर्ताओं 4 संभागों एवं जिलों को सम्मानित किया। समारोह में प्रमुख सचिव गृह संजय दुबे, राज्यपाल के प्रमुख सचिव संजय कुमार शुक्ल, अधिकारी और सहयोगकर्ता उपस्थित थे।
राज्यपाल ने कहा कि सशस्त्र सेना झण्डा दिवस पर जन सहयोग से लगभग 4 करोड़ 36 लाख से अधिक राशि का संग्रहण उल्लेखनीय उपलब्धि है। उन्होंने लक्ष्य से अधिक सहयोग राशि का संग्रहण करने वाले संभागायुक्तों और कलेक्टर्स के प्रयासों की सराहना की तथा सहयोगकर्ताओं का अभिनंदन किया। कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन और आभार प्रदर्शन संचालक, सैनिक कल्याण ब्रिगेडियर अरुण नायर ने किया।
श्री पटेल ने संभागायुक्त नर्मदापुरम पवन शर्मा, संभागायुक्त सागर वीरेन्द्र सिंह रावत, संभागायुक्त जबलपुर अभय वर्मा, संभागायुक्त उज्जैन डॉ संजय गोयल को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किए। इसी प्रकार नीमच कलेक्टर दिनेश जैन, हरदा कलेक्टर आदित्य सिंह, रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल, अलीराजपुर कलेक्टर डॉ अभय अरविन्द बेडेकर और छिन्दवाड़ा कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किए। समारोह में शाजापुर, मंदसौर, उज्जैन, डिण्डोरी, श्योपुर, सागर, रतलाम, इन्दौर, सतना, दमोह, ग्वालियर, कटनी, जबलपुर, मण्डला, सीहोर, भोपाल, पन्ना एवं छतरपुर जिले को भी सम्मानित किया गया।
श्री पटेल की अध्यक्षता में समामेलित विशेष निधि की राज्य प्रबंध समिति की 23वीं वार्षिक बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में पूर्व बैठक के पालन प्रतिवेदन की समीक्षा की गई। सैनिक कल्याण से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई तथा वार्षिक बजट का अनुमोदन किया गया।

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