पिछले पांच वर्षों के दौरान करोड़ों रुपए के बचत के चावल के स्टॉक का हेरफेर किए जाने का खुलासा
रायपुर : छत्तीसगढ़ प्रदेश में पिछले पांच वर्षों के दौरान करोड़ों रुपए के बचत के चावल के स्टॉक का हेरफेर किए जाने का खुलासा हुआ है। यह खुलासा तब हुआ जब खाद्य विभाग से बचत का स्टॉक मांगा गया और उसका भौतिक सत्यापन के लिए टीम दुकानों में पहुंची, तब टीम को पता चला कि दुकानों के बचत के चावल बाजार में बेच दिए गए हैं।
बताया जा रहा है कि इस घोटाले में खाद्य विभाग, नान से लेकर राशन दुकानदार तक शामिल हैं, जिन्होंने बीते लगभग पांच साल के दौरान 13415 राशन दुकानदारों ने करीब साढ़े बारह लाख टन चावल खुले बजार में बेच दिया जिसकी कीमत करोड़ों रुपये आंकी जा रही है। बताया जाता है कि मामले के खुलासा होते ही अब इस घोटाले के जांच का जिम्मा ईओडब्ल्यू को सौंप दिया गया है।
खाद्यमंत्री ने कहा है कि वे खुद इस घोटाले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं, कोई बख्शा नहीं जाएगा। इस घोटाले की जद में रायपुर, बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़, मुंगेली, दुर्ग, राजनांदगांव सहित और कई जिले आ चुके हैं, यहां के दुकानदार, नान, खाद्यविभाग और उसके अधिकारी जांच के घेरे में हैं। मामले के खुलासे के बाद मुंगेली के सहायक खाद्य अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है वहीं कई खाद्य निरीक्षकों को नोटिस जारी की गई है।