भारत की कोरोना वायरस वैक्सीन की मुख्य निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से कोवोवैक्स को बूस्टर डोज के रूप में इस्तेमाल करने के लिए तीसरे चरण का अध्ययन करने की अनुमति मांगी है। इस बूस्टर डोज को वयस्कों के लिए विकसित किया जा रहा है। कोवोवैक्स दो-डोज वाली वैक्सीन है और यह विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा मान्य होने वाला भारत से संबंधित तीसरा टीका है।
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) के द्वारा 28 दिसंबर को कोवोवैक्स को कुछ पाबंदियों के साथ इस्तेमाल की मंजूरी दे दी थी लेकिन फिलहाल यह अभी राष्ट्रिय स्तर पर वैक्सीन प्रोग्राम में शामिल नही है। इसके अलावा दिसंबर में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कोवोवैक्स को इमरजेंसी इस्तेमाल की सूची में शामिल किया था। कोवोवैक्स का निर्माण सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा नोवावैक्स के लाइसेंस के तहत किया गया है।