कश्मीर में एक बार फिर आतंकी हमला, अज्ञात आतंकवादियों ने दो स्कूल अध्यापकों को गोली मारी। आतंकवादियों ने जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में स्थित एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल और एक अन्य अध्यापक को नज़दीक से गोली मार दी। हमले का बाद सुरक्षाबलों द्वारा इलाके की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है।
कश्मीर में हिन्दू और सिख निशाने पर
मौके पर मौजूद अधिकारियों की और से जानकारी मिल रही है कि जिन दो लोगों पर हमला किया गया है वह सिख और हिन्दू समुदाय से सम्बंधित थे। चश्मदीदों के मुताबिक़ यह खबर भी आ रही है कि हमलावरों ने पहले पहचान पत्र मांगे और फिर जब दोनों अध्यापकों ने अपना नाम नही बताया तो बंदूकधारियों उन्हें गोली मार दी।
कश्मीर में इस सप्ताह ऐसे हमलों की संख्या फिर से बढ़ी है हाल ही में मंगलवार को श्रीनगर में एक केमिस्ट के मालिक कश्मीरी हिन्दू को भी आतंकवादियों ने गोली मार दी थी इसके अलावा बांदीपोरा इलाके में एक अन्य नागरिक को भी आतंकवादियों ने मौत के घाट उतार दिया था। इस तरह की घटनाओं ने कश्मीर में विशेष समुदाय के लोगों में दर की स्तिथि बना दी दी है। इसके अलावा आतंकवादी कश्मीर से धारा 370 के हटने के बाद उसके विरोध में भी इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने में लगे रहते है।
पुलिस ने बताया हमले के पीछे टीआरएफ
पुलिस प्रशासन का कहना है कि इस तरह की वारदात को अंजाम देकर कश्मीर की शांतिपूर्ण स्तिथि को तनावपूर्ण बनाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस का कहना है कि पिछले एक हफ्ते के दौरान यह घटनाएं बढ़ी है और इसमें लगातार हिन्दू और सिख समुदाय के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है इस तरह इस पूरे प्रकरण में अभी तक कश्मीर में इन आतंकी घटनाओं के वजह से 7 नागरीक मारे गए है। पुलिस ने जानकारी दी है कि हाल ही में की गई हत्याओं की जिम्मेदारी एक क्षेत्रीय चरमपंथी संगठन “द रेसिस्टेंस फ्रंट” (टीआरएफ)। यह संगठन हिजबुल मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा जैसे पाकिस्तानी स्तान्क्वादी संगठनों के संरक्षण में सक्रिय है।