शामली : उत्तर प्रदेश के शामली में शामली शुगर मिल के किसानों के बकाया का भुगतान न करने से उत्तेजित सर्वखाप समन्वय किसान मंच द्वारा गुरुवार को मिल रोड पर महापंचायत का आयोजन किया ,जिसमें हजारों की संख्या में किसानों ने शिरकत की। रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी सहित तमाम दिग्गज किसान नेता भी पहुंचे तथा भुगतान न करने पर मिल प्रशासन, शासन व प्रशासन पर जमकर निशाना साधा। महापंचायत में हजारों की संख्या में किसानों ने पहुंचकर अपनी ताकत का अहसास कराया।
जयंत चौधरी ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार हर तरह से किसानों का उत्पीडन कर रही है जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार को किसानों के बकाये का हर हाल में भुगतान करना होगा। जानकारी के अनुसार गुरुवार को मिल रोड पर सर्वखाप समन्वय किसान मंच द्वारा बकाया गन्ना मूल्य भुगतान व गन्ना मूल्य घोषित करने की मांग को लेकर महापंचायत का आयोजन किया गया। महापंचायत में रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित तमाम दिग्गज किसान नेता व खाप चौधरी भी पहुंचे।
इस दौरान किसानों को संबोधित करते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि शामली शुगर मिल द्वारा बकाया का भुगतान न करने से पीडित किसान आज अपना सब काम धंधा छोडकर यहां पहुंचे जिसके लिए वे सभी किसान भाईयों का धन्यवाद करते है। आप लोगों ने यहां आकर अपनी ताकत का अहसास कराया है, ऐसा ही अहसास अब सरकार को कराना है। सरकार को सभी बातें पता है और सरकार के पास इनका हल भी है लेकिन वह जानबूझकर किसानों की समस्याओं का समाधान करना ही नहीं चाहती है।
उन्होंने कहा कि किसान पिछले करीब 82 दिनों से गन्ना सोसायटी में अपना ही पैसा लेने के लिए धरना प्रदर्शन पर बैठे हैं लेकिन न तो सरकार और न ही मिल मालिकों के कानों पर जूं रेंग रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं वह अपने तीसरे कार्यकाल में देश की अर्थव्यवस्था नंबर वन पर ला देंगे, प्रधानमंत्री ने अभी से ही अपने तीसरे कार्यकाल का फैसला कर लिया। किसानों का चीनी मिलों पर करोडों रुपया बकाया है लेकिन उसके हाथ में कुछ नहीं है। त्यौहारों पर भी किसानों के हाथ खाली है।
चौधरी ने कहा कि लखनऊ में जब प्रेसवार्ता होती है तो सरकार पत्रकारों को बुलाकर दावा करती है कि किसानों को 14 दिन में बकाया का भुगतान कराया जा रहा है। योगी जी सिर्फ बुल्डोजर पर ध्यान देते हैं, किसानों की समस्याओं से उन्हें कोई सरोकार नहीं है। अगर आज बाबा टिकैत या अजित सिंह होते तो आज किसानों की स्थिति कुछ और ही होती। उन्होंने कहा कि किसानों की मांग जायज है।
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि जनपद की तीनों चीनी मिलों में सबसे ज्यादा बकाया शामली शुगर मिल पर है जो सवा 200 करोड है। ऊन चीनी मिल का मालिक किसानों के बकाया का भुगतान कर सकता है क्योंकि उस पर काफी पैसा है लेकिन वह भी शामली व थानाभवन मिल द्वारा भुगतान न करने के चलते पैसा देने से पीछे हट रहा है। शामली शुगर मिल किसानों का बकाया न देने पर सबसे पीछे हो गयी है, यहां के किसान शामली मिल को गन्ना देने से इंकार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले करीब दो माह से ज्यादा समय से किसान अपने भुगतान की मांग को लेकर धरना दे रहा है, भाकियू व सारी खाप पंचायत किसानों के साथ खडी है। सरकार किसानों के धरने पर नहीं बल्कि उनकी जमीनों पर ध्यान दे रही है। उन्होंने मांग की कि मिल की जितनी भी चीनी बिक रही है, उसका भुगतान सीधे किसानों के खाते में किया जाए और डीएम इसकी खुद मानीटरिंग करे।