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हिमाचल में यातायात, बिजली आपूर्ति बाधित

शिमला : हिमाचल प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में हिमपात होने के कारण यातायात और बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। राज्य के शिमला, मनाली, डलहौजी, कुफरी, नारकंडा और खजियार सहित प्रमुख पर्यटन स्थल बर्फ की मोटी परतों से ढके हुए हैं, जिससे स्थानीय लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राज्य में शुक्रवार की सुबह धूप खिली और लोग मौसम की खूबसूरत को निहारते दिखाई दिए। चारों ओर पेड़-पौधे और घर के छतें सफेद चादर से लिपटी दिखाई दे रही हैं और मनोरम दृश्य देख पर्यटकों के चेहरों में खुशी देखते ही बनती है।
शिमला में इस सीज़न का पहला हिमपात हुआ। मौसम में बदलाव से न केवल स्थानीय लोगों को शुष्क मौसम से राहत मिली, बल्कि पर्यटकों की संख्या में भी बड़ा इजाफा देखने को मिला है। शिमला, कुल्लू, लाहौल स्पीति, किन्नौर और चंबा के जिला प्रशासन में भी शीतलहर जैसी स्थिति बनी हुई है और छह राष्ट्रीय राजमार्गों (एनएच) पर हिमपात के कारण बर्फ की मोटी चादर बनी हुई है। हिमपात के कारण राज्य की करीब 411 सड़कें बंद हो गई हैं और 1506 जगहों पर बिजली आपूर्ति बाधित है।
प्रशासन की ओर से वाहन चालकों को फिसलन भरी सड़क पर वाहन न चलाने की सलाह जारी की गई है। मनाली से केलोंग और कुफरी से नारकंडा के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग तीन और पांच पर फिसलन भरी काली बर्फ जमी हुई है।
राज्य में कई प्रमुख मार्ग बंद है जिनमें चंबा में चंबा-जोत, खजियार-डलहौजी, तीसा-चंबा और चंबा में पांगी रोड, किन्नौर में राष्ट्रीय राजमार्ग पांच नाथपा-निचार, सांगला-चितकुल और रिकांगपिओ-करछम (वाया शिल्टी), राष्ट्रीय राजमार्ग-22 खडूरा और खोरीगोम्पा शामिल हैं। इसके अलावा रोहतांग दर्रा एनएच 03 और मनाली-अटल सुरंग, एनएच-305 जालोरी जोत, दारचा से सरचू, दारचा-शिंकुला और लोसर से ग्राम्फू, टांडी-खाडू नाला से एसकेटीटी, एनएच-505 (एसकेजी ग्राम्फू-लोसर (लाहौल) स्पीति), एनएच-5 ढली-कुफरी-फागू, शिमला-ठियोग, ठियोग-नारकंडा, खड़ापत्थर रोहड़ू-सुंगरी, चिरगांव-रोहल, देहा-चोपाल और शिमला में नारकंडा-कोटगढ़ सभी राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हैं।
भारतीय मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान राज्य में शुष्क मौसम और कोहरे छाये रहने का अनुमान जताया है।

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