हिसार : दुष्यंत चौटाला ने बुधवार को कहा कि गठबंधन तोड़ने को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने सरकार में गठबंधन सहयोगी जजपा को अंत तक अंधेरे में रखा। चौटाला यहाँ नवसंकल्प रैली में बोल रहे थे। उन्होंने बताया कि जजपा ने दो सीटें मांगी थीं लेकिन भाजपा केवल एक सीट और वह भी रोहतक से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दे रही थी। अंत में उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला से सलाह करने के बाद भाजपा से कहा कि जजपा रोहतक से भी चुनाव नहीं लड़ेगी, वृद्धावस्था पेंशन 5000 रुपये कर दें। इस पर भाजपा ने गठबंधन तोड़ दिया।
अब गठबंधन टूटने के बाद लोकसभा चुनाव में कितनी सीटों पर लड़ेंगे, के जवाब में उन्होंने कहा कि पार्टी में चर्चा के बाद फैसला लिया जाएगा। चौटाला ने कहा कि साढ़े चार साल भाजपा ने जजपा के बूते ही सरकार चलाई। उन्होंने कहा कि गठबंधन टूटने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा की जजपा की सेना को कोई चोटिल नहीं कर सकता है, आज से ही पार्टी कार्यकर्ता चुनाव की तैयारी में जुटेंगे और पार्टी के वोट प्रतिशत व विधायकों की संख्या बढ़नी पर काम करेंगे ताकि जजपा की अपने बूते सरकार बने।
रैली को जजपा नेता अजय चौटाला, जिनका आज जन्मदिन भी था, ने संबोधित करते हुए कहा कि गठबंधन से बाहर होने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं का हौसला कम नहीं हुआ है बल्कि अब वह दोगुनी ताकत से लड़कर जीत हासिल करेंगे। रैली को प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह और दिग्विजय सिंह चौटाला ने भी संबोधित किया।
हमें अंत तक अंधेरे में रखा गया
