नई दिल्ली: इजरायली कंपनी वाटरजेन की हवा से पेयजल बनाने की पेटेंटेड तकनीक को भारत में लाने के लिए एसएमवी जयपुरिया ग्रुप ने आज करार करते हुए रणनीतिक जॉइंट वेंचर बनाने की घोषणा की है। इस साझेदारी से दोनों ही कंपनियां भारत में एटमॉस्फेरिक वाटर जेनरेटर (एडब्ल्यूजी) प्रोडक्ट को पेश करेंगी – जो कि हर तरफ की एम्बिएंट वायु से एक उच्च गुणवत्ता वाला, खनिजयुक्त, सुरक्षित पेयजल तैयार करता है। इसके अतिरिक्त सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ विजन का समर्थन करते हुए रोजगार के अवसर भी सृजित किये जायेंगे। कंपनी की योजना एक वर्ष के भीतर भारत में विनिर्माण शुरू करने की है।
30 लीटर से लेकर 6,000 लीटर पानी निर्माण क्षमता
कंपनी ने अपने वाटरजेन प्रोडक्ट की विस्तृत श्रृंखला का भी प्रदर्शन किया, जिसमें जेन्नी, जेन-एम 1, जेन-एम प्रो और जेन-एल शामिल है, जिनकी क्षमता 30 लीटर से लेकर 6,000 लीटर प्रतिदिन तक है। इनकी शुरूआती कीमत 2.5 लाख रुपये होने का अनुमान है। यह प्रोडक्ट स्कूलों,अस्पतालों, पार्कों, रिसॉर्ट्स, निर्माण स्थलों, अस्थायी इलाकों, गांवों, आवासीय भवनों, घरों, कार्यालयों और ऐसी किसी भी अन्य जगह के लिए जहां पर पीने के पानी की आवश्यकता होती है, वहां के लिए उपयोगी साबित होंगे। इसकी प्लग एंड प्ले टेक्नोलॉजी को एक स्टैंडर्ड बिजली कनेक्शन या किसी भी वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत का उपयोग कर चालू किया जा सकता है। इसके दुनिया भर में 90 से अधिक देशों में मौजूद उपकरणों के साथ, वाटरजेन बुनियादी ढांचे, पानी के परिवहन और इसके आवागमन की आवश्यकता को समाप्त कर देता है, जो कि अंततः प्लास्टिक वेस्ट को कम करने के साथ साथ कार्बन-इंटेंसिव वाटर सप्लाई सिस्टम को भी समाप्त करता है।
पर्यावरण के अनुकूल है वाटरजेन की तकनीक
वाटरजेन इंडिया के सीईओ माया मुला ने कहा,“वाटरजेन में, हम इनोवेटिव टेक्नोलॉजी में विश्वास करते हैं जोकि हमारे उपभोक्ताओं के जीवन को सरल और बेहद सुविधाजनक बनाती है। भारत हमेशा से ही हमारे हमारे शीर्ष तीन रणनीतिक बाजारों में से एक रहा है तथा अपने पार्टनर के साथ मिलकर, अब हम भौगोलिक और जनसांख्यिकी में प्रत्येक व्यक्ति के लिए एक सुरक्षित खनिजयुक्त पेयजल उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके साथ ही अपनी पेटेंटेड जीनियस टेक्नोलॉजी के जरिए अब हम भारत में बेहतर गुणवत्ता वाले पानी की बढ़ती औद्योगिक और उपभोक्ता मांग को पूरा करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।”
एसएमवी जयपुरिया ग्रुप के निदेशक चैतन्य जयपुरिया ने कहा, “जैसा कि भारत में बढ़ती आबादी स्वच्छ, प्राकृतिक पानी तक पहुंचने के लिए संघर्ष कर रही है, ऐसे में हमारे पार्टनर – वाटरजेन जो कि एक इनोवेटिव टेक्नोलॉजी लेकर आयें है वास्तव में एक गेम-चेंजिंग सोल्युशन पेश कर सकती है। यह संयुक्त उद्यम भारत के लोगों को जीवित रहने के लिए सबसे आवश्यक जरुरत यानी पानी तक पहुंच को सशक्त बनाने की दिशा में एक सराहनीय कदम है। हमें पूर्ण विश्वास है कि वाटरजेन के साथ मिलकर, हम सबसे दूरस्थ ग्रामीण समुदायों से लेकर कमर्शियल ऑफिस बिल्डिंग और निजी घरों तक के लोगों के लिए सुरक्षित और उच्चतम गुणवत्ता वाला पेयजल उपलब्ध कराने में सक्षम होंगे।”