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आतिशी ने की बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर उच्च स्तरीय बैठक कर हालात की समीक्षा

नई दिल्ली : आतिशी ने राजधानी में बढ़ते प्रदूषण के मद्देनज़र उच्च स्तरीय बैठक कर मौजूदा हालात की आज समीक्षा की।सुश्री आतिशी ने कहा कि वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बढ़ने के कारण सोमवार शाम से दिल्ली में ग्रैप-1 को लागू किया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले एक-दो दिन में दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। गत 13 अक्टूबर को एक्यूआई 224 के स्तर पर पहुंच गया और 14 अक्टूबर को यह 234 पर पहुंच गया।
उन्होंने कहा कि ग्रैप-1 के कार्यान्वयन में एक महत्वपूर्ण हिस्सा निर्माण स्थलों पर धूल की रोकथाम है। इस बाबत डीपीसीसी की 33 टीमें, राजस्व विभाग की 33 टीमें और उद्योग विभाग की भी 33 टीमें बनाई गई है। यह सभी 99 टीमें रोजाना निजी और सरकारी निर्माण स्थलों का स्थलीय निरीक्षण कर धूल प्रदूषण की रोकथाम के जारी नियमों के पालन का जायजा लेंगी। यह टीमें रोजाना अपने निरीक्षणों की रिपोर्ट ग्रीन वॉर रूम, पर्यावरण मंत्री और मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों पर उड़ने वाली धूल का एक महत्वपूर्ण कारण सड़कों का टूटा होना है। इसके लिए युद्ध स्तर पर लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के 1400 किमी सड़कों के मरम्मत का काम चल रहा है। निगम भी अपनी सड़कों का मरम्मत करवा रही है। इनके अलावा सड़कों पर मौजूद धूल को उड़ने से रोकने के लिए एंटी स्मॉग गन तैनात किए जाते हैं।
उन्होंने कहा कि यातायात प्रबंधन को लेकर याताायात पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि जाम लगने वाले स्थानों को चिह्नित कर वहाँ अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात किए जाए। क्योंकि त्यौहारों के मौसम में सड़कों पर आवाजाही ज्यादा होती है और यातायात देखने को मिलता है। इन सबके अलावा यदि यातायात पुलिस को दिल्ली सरकार के होम गार्ड की ज़रूरत है तो बुधवार तक दिल्ली पुलिस इस बाबत दिल्ली के गृह विभाग की सूचित करे और फिर गृह विभाग द्वारा यातायात जाम लगने वाले प्वाइंट्स पर होम गार्ड तैनात किए जाएँगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, सरकार एक जागरूकता कार्यक्रम चलायेगी, जिसमें दिल्ली के लोगों को कार पूलिंग करने, दीपावली पर पटाखों का इस्तेमाल न करने की अपील की जाएगी। साथ ही सभी आरडब्ल्यूए से अपील की जाएगी कि वो सिक्योरिटी गार्ड्स को इलेक्ट्रिक हीटर दे, ताकि लकड़ियां न जलाई जाए।
इस दौरान पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली सरकार पहले से ही प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए 21 सूत्रीय विंटर एक्शन प्लान पर काम कर रही है। दिल्ली में पराली की घटनाओं को कम करने के लिए बायो डी-कम्पोजर का छिड़काव किया जा रहा है। हमें यह भी समझना जरूरी है कि दिल्ली के अंदर का प्रदूषण केवल दिल्ली का नहीं है। दिल्ली के चारों ओर से आने वाला प्रदूषण भी इसमें बढ़ोतरी करता है। श्री राय ने कहा कि भाजपा के लोग पंजाब का नाम लेकर, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में पराली की घटनाओं को नजरअंदाज कर रहे हैं, जिससे दिल्ली के लोगों को तकलीफ हो रही है। हमें सबका सहयोग चाहिए। दिल्ली में हमारी सरकार पूरी सक्रियता से मिलकर काम करेगी।

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