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मध्यप्रदेश में बारिश से महोबा में बाढ़ का खतरा

महोबा : मध्य प्रदेश मे हो रही जोरदार बारिश के पानी से उफ़नाये बुंदेलखंड के महोबा जिले मे स्थित चौधरी चरण सिंह लहचूरा बाँध के आठ गेट खोल कर सवा लाख क्यूसेक पानी की निकासी शुरू की गयी है। सिंचाई विभाग द्वारा बाँध मे जल स्तर की लगातार निगरानी की जा रही है। बाँध मे निरंतर हो रही जलवृद्धि व पानी छोड़े जाने के चलते आसपास के गाँवों मे मुनादी करा लोगों को सतर्क किया गया है।
सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता विनोद कुमार ने शुक्रवार को बताया कि सीमावर्ती मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ व् छतरपुर जिलों समेत आसपास के इलाको मे पिछले तीन दिनों मे भारी बारिश के चलते नदी नाले उफान पर है। यहां धसान नदी की बाढ़ रोद्र रूप धारण किये है। टीकमगढ़ के पास स्थित बान सुजारा डेम मे ओवर फ्लो होने के चलते गुरुवार को 80 हज़ार क्यूसेक पानी को छोड़ा गया था, जिसने धसान नदी पर स्थित पहाड़ी बाँध होते हुये पहले से पूर्ण क्षमता तक भरे चौधरी चरण सिंह लहचूरा बाँध मे पहुंच उसे खतरे के निसान से ऊपर ला दिया।
सहायक अभियंता ने बताया कि लहचूरा बाँध मे भारी मात्रा मे पानी की आवक देख उसके आठ गेट खोल कर पानी को निकाला जा रहा है। इसमें अर्जुन फीडर के जरिये 1500 क्यूसिक पानी अर्जुन सागर भेजा जा रहा है, इसके साथ ही 300 क्यूसिक के हिसाब से पानी नहरों के माध्यम से प्रवाहित करके किसानों को फ़सल की सिंचाई के उपलब्ध कराया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि बाँध मे पानी के हो रहे भराव पर लगातार निगरानी की जा रही है। सिंचाई विभाग द्वारा इसके लिए कर्मचारियो की अलग से मोके पर तैनाती की गयी है।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित चौधरी चरण सिंह लहचूरा बाँध बुंदेलखंड के प्रमुख बांधो मे एक है। इसकी जल संभरण क्षमता 15.90 मिलियन घनमीटर है। बाँध मे अधिक जल भराव होने पर पानी की निकासी के लिए कुल 17 गेट स्थापित है, जिनसे एक साथ 6 लाख क्यूसिक पानी छोड़ा जा सकता है।
वर्ष 1982 मे आई बाढ़ से उतपन्न हुये खतरे के दौरान बाँध से पूर्ण क्षमता के साथ पानी छोड़ा गया था।

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