वायनाड : केरल के वायनाड जिले में भूस्खलन में मरने वालों की संख्या शनिवार को बढ़कर 357 हो गयी। एक अपुष्ट रिपोर्ट के अनुसार मृतकों में 30 बच्चे शामिल हैं। वहीं 309 लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है, जबकि 206 लोग अभी भी लापता हैं।रिपोर्ट के मुताबिक आज मुंडक्कई में दुर्घटना स्थल से 40 किलोमीटर दूर 18 शव बरामद किये गये। इसमें चलियार नदी से 12 शव बरामद किये गये।
वायनाड में डेरा डाले राज्य मंत्रिमंडल की उप-समिति के सदस्य लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री पी ए मुहम्मद रियाज ने समीक्षा बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि भूस्खलन में मरने वालों की आधिकारिक संख्या 219 है, जिसमें 98 पुरुष, 90 महिलाएं और 31 बच्चे शामिल हैं जबकि 67 शवों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। मेप्पाडी और आसपास के इलाकों में जिला प्रशासन द्वारा स्थापित 93 राहत शिविरों में 10042 लोग डेरा डाले हुए हैं। उन्होंने कहा कि आज चार शव बरामद किया गया। नदी से कई मानव शरीर के अंग बरामद किये गये हैं जिन्हें डीएनए परीक्षण के लिए शवगृह में रखा गया है। मुंडक्कई, चूरलमाला, पुंचरीमट्टा (भूस्खलन का केंद्र) और मलप्पुरम जिले में चलियार नदी सहित छह क्षेत्रों में 40-40 सदस्यों वाली छह टीमों द्वारा खोज और बचाव अभियान चलाया गया।
उन्होंने कहा कि सेना, प्रादेशिक सेना, डीएससी, एनडीआरएफ, वायु सेना, नौसेना, तटरक्षक अग्निशमन बल, वन, तमिलनाडु और केरल पुलिस दल, खोजी कुत्ते और नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों सहित 1419 कर्मियों के सहयोग से रविवार को भी खोज अभियान जारी रहेगा। उन्होंने लोगों से वीडियो या तस्वीरें लेने के लिए भूस्खलन वाले इलाके में न जाने का आग्रह किया। थर्मल स्कैनर और ड्रोन की मदद से सभी जगहों पर अर्थ रिमूवर (जेसीबी) का उपयोग करके मलबा हटाने का काम किया गया।
श्री रियाज ने कहा कि ड्रोन आधारित राडार और खोजी कुत्तों के साथ खोज अभियान आने वाले दिनों में भी जारी रहेगा।